केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने राणा दंपती का खुलकर समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा अन्याय का सामना कर रहे हैं, क्योंकि वह दलित समुदाय से हैं।
राणा दंपती के साथ हुए अन्याय का महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाते हुए अठावले ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया कि नवनीत राणा महाराष्ट्र के अमरावती से सांसद हैं, जिन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा (23 अप्रैल को) पढ़ने की घोषणा की थी। राणा दंपती पर महाराष्ट्र सरकार द्वारा देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया और उन्हें 24 अप्रैल को 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया था।
उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा नवनीत राणा का समर्थन किया है, क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ने उनके साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है। उन्होंने इस बारे में स्पीकर से मुलाकात भी की है और स्पीकर ने भी इस पर चिंता व्यक्त की है।
मोहाली ब्लास्ट मामले में केजरीवाल ने कहा, पंजाब में अशांति फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
हनुमान चालीसा पढ़ने के नाम पर नहीं थोपा जाना चाहिए देशद्रोह का अपराध
अठावले ने आगे कहा कि नवनीत राणा अपने खिलाफ देशद्रोह का केस लड़ने के लिए सुप्रीम कोर्ट जा रही है। हनुमान चालीसा पढ़ने के नाम पर देशद्रोह का अपराध नहीं थोपा जाना चाहिए। देशद्रोह का आरोप महाराष्ट्र सरकार ने लगाया है। यह बहुत बड़ा अपराध है। नवनीत राणा और रवि राणा को न्याय मिलना चाहिए।