महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद के बीच औरंगाबाद में मनसे प्रमुख राज ठाकरे की बड़ी रैली हुई। औरंगाबाद की रैली में लोगों का हुजूम देखने को मिला। इस दौरान राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के इतिहास से लेकर प्रदेश की राजनीति और पवार दोनों को निशाने पर लिया। राज ठाकरे ने कहा कि मेरी जनसभा से सरकार बौखला गई। कहा जाने लगा कि ये रैली होगी या नहीं होगी, इजाजत मिलेगी या नहीं। बहुत सारी अटकलें लग रही थीं। मुंबई में गुड़ी पडवा को एक सभा किया तो सब बोलने लग गएष बस दो ही सभा हुई है अभी तक लेकिन उन्होंने ही सब कितना चर्चा किया। मैं महाराष्ट्र के सभी जिलों में सभा करूंगा। विदर्भ में भी, कोंकण में भई और उत्तर में भी।
इतिहास को भूलने वालों के पैरों से जमीन खिसक जाती है
राज ठाकरे ने कहा कि जो समाज इतिहास को भूलका है उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक जाती है। इतिहास हमें याद रखना है। खिलजी आया था यहां। यहीं के किले के पास, कहा गया 1 लाख सेना लेकर लेकिन वास्तविकता में थे 1 से 2 हजार। ये महाराष्ट्र की पहली फेक न्यूज थी। चार सौ सालों में महाराष्ट्र में औरों ने लूट मचाई, बलात्कार किया और फिर 1630 में हमारे छत्रपति का आए। 27 साल तक औरंगजेब महाराष्ट्र में रहा। शिवाजी के मरने के बाद भी उनका खौफ सालों तक औरंगजेब को भयभीत करता रहा। शिवाजी एक सोच हैं। ये सब हम भूल गए हैं। याद रखना होगा कि हम मराठी हैं।
हर भारतीय में शिवाजी की भावना है
राज ठाकरे ने कहा कि आज महाराष्ट्र की क्या हालत हो गई है। क्या हमारा महाराष्ट्र ऐसा था? सबसे ज्यादा बुद्धिजीवी इस महाराष्ट्र में हुए। लेकिन आज महाराष्ट्र की हालत क्या कर दी है। आज महाराष्ट्र गड्ढे में जा रहा है। आंबेडकर कहते थे कि हर भारतीय में शिवाजी की भावना है, हम पूरी दुनिया को पछाड़ देंगे। आज महाराष्ट्र की हालत क्या हो गई है। आने वाली पीढ़ी आज के नेताओं को देखकर क्या सीखेगी। कुछ भी कर रहे हैं, कुछ भी बोल रहे हैं। महाराष्ट्र का नाम खराब हो रहा है।
शरद पवार नास्तिक हैं
राज ठाकर ने शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि शरद पवार कहते हैं कि मैं भेदभाव पैदा करता हूं। पवार साहब आप जाति-जाति में जो भेद पैदा कर रहे हो न उससे दूरी पैदा हो रही है। पवार अभी शिवाजी का नाम लेने लगे हैं क्योंकि मैं लेता हूं। पहले कभी उनका नाम तक नहीं लेते थे। पवार को नास्तिक कहा तो मिर्ची लग गई। सब भगवान की फोटो निकाल के इधर-उधर लगाई है। पर उनकी बेटी ने पब्लिकली बोला है कि वो नास्तिक हैं। जात सबको प्रिय है। पर दूसरों की जाति का द्वेष आपने पैदा किया। बिना संदर्भ के लोगों का उल्लेख कर अपना फायदा निकालते हैं। किसी को ब्राह्मण किसी को कुछ कह कर भेदभाव पैदा करते हैं। मुझे जात से कोई लेना देना नहीं। जानता नहीं पहचानता नहीं। रायगढ़ पर शिवाजी की समाधी किसने बनायी। उसकी अब जात देखेंगे क्या? नाम मराठा है बस ये पवार साहब नहीं कहते। राज ठाकरे ने कहा कि शिवाजी से पवार का कोई सरोकार नहीं है। मैं खुला कहता हूं कि अभी फोटो लगाने लगे हैं। महाराष्ट्र ऐसा कभी नहीं था। मैं किसी भी जाति का पक्ष नहीं लूंगा। हिंदू शब्द से पवार को एलर्जी है। शिवाजी महाराज के गुरु पर विवाद फैलाया।
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लाउडस्पीकर का मुद्दा धार्मिक नहीं
लाउडस्पीकर विवाद पर बोलते हुए राज ठाकरे ने कहा कि ये कोई मुद्दा नहीं है, ये अब खत्म हो गया। आप बजाओगे तो हम भी हनुमान चालीसा पढ़ेंगे। मुस्लिम समाज के पत्रकार ने कहा हम मुस्लिम और लाउडस्पीकर से परेशान हैं। मेरा बच्चा सो नहीं पाता। मौलवी को कह-कह कर कम करवाया। ये धार्मिक है ही नहीं। सोशल मुद्दा है। आप धर्म के रंग दोगे तो हमें भी देना होगा। हम दंगा नहीं चाहते। लेकिन अगर यूपी कर सकती है तो आप क्यों नहीं? कोर्ट का कहना है कि लाउडस्पीकर के लिए परमीशन चाहिए। कितने लोगों के पास है ये। पूरे देश से उतारो, समान धर्म बनाओ। राज ठाकरे ने कहा कि हम परमिशन मांगने जाते हैं तो साइलेंट ज़ोन ये वो, इनपर कोई पाबंदी नहीं। रोड पर नवाज पढ़ते हैं। किसने परमीशन दिया है। 3 तारीख को ईद है। तब कुछ बोलूंगा नहीं, 3 के बाद किसी की सुनूंगा नहीं। इसके साथ ही राज ठाकरे ने हिंदुओं से विनती करते हुए कहा कि जहां भी लाउडस्पीकर दिखे उसके सामने हनुमान चालीसा बजाएं। 3 के बर्फ क्या होगा मुझे नहीं पता। नहीं सुनना आता इन्हें तो एक बार हो जाने दीजिए जो होगा।