नयी दिल्ली। विपक्षी दलों के सांसदों ने बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर शुक्रवार को लोकसभा व राज्यसभा में हंगामा किया जिसके कारण लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
लोकसभा की कार्यवाही आरंभ होने के पांच मिनट बाद ही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी गई। सदन की बैठक प्रारंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस की वर्षगांठ का उल्लेख किया और सभा ने इस युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए कुछ पल का मौन रखा। इसके बाद जैसे ही अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी दलों के सदस्य ‘एसआईआर वापस लो’ के नारे लगाने लगे।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के कई घटक दलों के सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध करते हुए शुक्रवार को संसद भवन परिसर में मार्च किया। विपक्ष के नेताओं ने महात्मा गांधी की प्रतिमा से संसद भवन के ‘मकर द्वार’ तक मार्च निकाला। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और कई अन्य दलों के सांसद शामिल हुए।
विपक्षी सांसदों ने एक बड़ा बैनर भी ले रखा था, जिस पर ‘एसआईआर- लोकतंत्र पर वार’ लिखा हुआ था। उन्होंने ‘एसआईआर वापस लो’ और तानाशाही नहीं चलेगी के नारे लगाये। विपक्षी सांसदों की मांग है कि इस विषय पर संसद में चर्चा होनी चाहिए।
खरगे ने आरोप लगाया कि सरकार गरीबों का मताधिकार छीनना और कुछ अभिजात्य लोगों को ही मताधिकार देना चाहती है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कदम से लोकतंत्र का नुकसान होता है। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार संविधान के तहत काम नहीं कर रही है।