लोकसभा की निर्दलीय सदस्य नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर अपना हमला तेज कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि उद्धव ठाकरे शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे के रास्ते से भटक गये हैं. उन्होंने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि वह (उद्धव) 10 जनपथ में रह रही ‘मातोश्री’ के निर्देश पर काम कर रहे हैं.
रैली में किसानों, बेरोजगारी का मुद्दा नहीं उठाया
नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने ठाकरे को मुंबई में शनिवार को आयोजित रैली में किसानों और बेरोजगारी के ‘ज्वलंत मुद्दों’ को न उठाने पर आड़े हाथ लिया. रवि राणा महाराष्ट्र विधानसभा के निर्दलीय सदस्य हैं. राणा दंपती ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘शिवसेना ने घोषणा की थी कि वह औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर करेगी, लेकिन अब मुख्यमंत्री दावा कर रहे हैं कि इसकी जरूरत नहीं है.’
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मुख्यमंत्री उद्धव के दिमाग में केवल भय
उन्होंने कहा कि ठाकरे को इस बात की चिंता है कि अगर वह औरंगाबाद का नाम बदलने के काफी समय से लंबित वादे को पूरा करने के लिए कदम उठाते हैं, तो शिवसेना के सहयोगी दल समर्थन वापस ले लेंगे, और इससे उनकी सरकार गिर सकती है. नवनीत ने कहा, ‘मुख्यमंत्री के दिमाग में केवल भय है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि शिवसेना ने हिंदुत्व का रास्ता छोड़ दिया है.
10 जनपथ की मातोश्री के निर्देश पर काम कर रहे उद्धव ठाकरे
रवि राणा ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे ने घोषणा की थी कि उन्हें कांग्रेस से हाथ मिलाना पड़ा, तो वह शिवसेना को भंग कर देंगे. राणा दंपती ने संभवत: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संदर्भ देते हुए कहा, ‘लेकिन उद्धव ठाकरे ने बाला साहेब ठाकरे के आदर्शों को खारिज कर दिया है. अब वह ‘10 जनपथ की मातोश्री’ के निर्देश पर कार्य कर रहे हैं.’