केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण जारी है। अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले का यह आखिरी पूर्ण बजट है। वहीं इस साल होने वाले विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनावों को देखते हुए भी बजट को अहम माना जा रहा है। यहां पढ़िए बजट भाषण की बड़ी बातें

पूंजी निवेश परिव्यय 33% बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये किया जा रहा है, जो कि सकल घरेलू उत्पाद का 3.3% होगा।
हमारा आर्थिक एजेंडा नागरिकों के लिए अवसरों को सुविधाजनक बनाने, विकास और रोज़गार सृजन को तेज़ गति प्रदान करने और व्यापक आर्थिक स्थिरता को मज़बूत करने पर केंद्रित है।
हमारा आर्थिक एजेंडा नागरिकों के लिए अवसरों को सुविधाजनक बनाने, विकास और रोज़गार सृजन को तेज़ गति प्रदान करने और व्यापक आर्थिक स्थिरता को मज़बूत करने पर केंद्रित है।
कृषि से जुड़े स्टार्ट अप को प्राथमिकता दी जाएगी। युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष की स्थापना की जाएगी।
चालू वित्त वर्ष में 7% विकास दर का अनुमान, भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
अमृत काल में सप्त ऋषि की तरह सात प्राथमिकताएं हैं। सात प्राथमिकताओं में इंफ्रा, निवेश, ग्रीन ग्रोथ और कनेक्टिविटी शामिल
यह अमृतकाल का बजट है। वैश्विक मंदी के बावजूद दुनिया ने भारत की आर्थिक स्थिति को सराहा है। हमारी अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है। भारत दुनिया की तेजी से बढती अर्थव्यवस्था है। दसवीं से पांचवी स्थान पर पहुंचा।
वित्तमंत्री ने बताया, सभी अंत्योदय योजनाओं और गरीब परिवारों को एक वर्ष के लिए मुफ्त खाद्यान्न की आपूर्ति के लिए पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लगभग 2 लाख करोड़ रुपये का पूरा खर्च केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है।
भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है, उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही है। भारत ने मुश्किल समय में दूसरे देशों की मदद की है। यह हमारी बढ़ती वैश्विक ताकत का प्रमाण है।
लोकलुभावन बजट की उम्मीद
मोदी सरकार अपने प्रमुख वोटरों जैसे महिलाओं और युवा वर्ग की मौजूदा समस्याओं को साधने के लिए भी नए उपायों की घोषणा कर सकती है। यह बजट इस सरकार का अंतिम पूर्णकालिक बजट होगा।
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अगले वर्ष आम चुनाव है और उसके पहले सरकार सिर्फ वोट आन एकाउंट ही पेश कर सकेगी, जिसमें बड़ी घोषणाएं नहीं की जा सकती। आम चुनाव से पहले देश के नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में कई जानकार मान रहे हैं कि बजट में कुछ लोकलुभावन घोषणाएं भी होंगी।
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