कांग्रेस नेता सुखपाल सिंह खैरा ने पंजाब की मान सरकार और अरविंद केजरीवाल को लेकर बड़ा खुलासा किया है और उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर टवीट कर बताया है की कैसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की तरह पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी जनता के पैसे अपने विज्ञापन में उड़ा दिए है।
कांग्रेस नेता सुखपाल सिंह खैरा ने लिखा की आरटीआई की जानकारी शर्मनाक है अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान अकेले अप्रैल महीने में प्रचार पर 24 करोड़ खर्च करें! क्या इस तरह उन्होंने पंजाब के खजाने को भरने का वादा किया है? वे 1 साल में विधायकों को कई पेंशन में कटौती करके केवल 8 करोड़ बचाएंगे लेकिन उन्होंने एक महीने में 24 करोड़ खर्च किए। यही नहीं इस खुलासे के बाद एक के बाद एक टवीट कर लोग अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान पर निशाना साध रहे है।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी इस मुद्दे को लेकर भगवंत मान को घेरा और लिखा की पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने पिछले 3 महीने में 9000 करोड़ का और क़र्ज़ा लिया। केवल अप्रैल के महीने में सरकार की पब्लिसिटी और इश्तहारों पर ₹24,40,37,000 ख़र्चे गए और काम के मामले में पंजाब की किसी महिला को ₹1000 monthly allowance नहीं दिया न ही कोई बिजली पानी की सब्सिडी नहीं दी गई। मुख्यमंत्री भवंत मान जवाब दें जब काम कोई नहीं किया तो प्रचार किस बात का??ये इंकलाब नही… ये है केजरीवाल का दिल्ली मॉडल।
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वही इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने लिखा की केजरीवाल के चेले भगवंत मान ने केजरीवाल को भी पीछे छोड़ा । मात्र 1 महीने (अप्रैल) में पंजाब के ख़ज़ाने से दिए 24 करोड़ के विज्ञापन । इसमें कितनी कमीशन खाई ये तो अब भगवंत मान बता सकते हैं यां केजरीवाल। वही कांग्रेस के एक और नेता परगट सिंह ने लिखा की दिल्ली का असली मॉडल पीआर मॉडल है।भगवंत मान के पंजाब में भी इसका पालन हो रहा है। उन्होंने प्रचार के नाम पर महज एक महीने में जनता का 24 करोड़ रुपये से ज्यादा का पैसा जला दिया है। यह लगभग 3 लाख करोड़ सार्वजनिक ऋण वाले राज्य में है।