उधमपुर ट्विन ब्लास्ट के आरोपी का कबूलनामा, POK से भेजा वीडियो देखकर सीखा बम लगाना

उधमपुर ट्विन ब्लास्ट में पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मोहम्मद असलम शेख ने पुलिस की पूछताछ में कबूला किया है कि उसने एक वीडियो से बम प्लांट करना सीखा था, जो उसे लश्कर कमांडर मोहम्मद अमीन ऊर्फ अबू खुबैब ने पीओके से वाएट्सऐप पर भेजा था. वीडियो में स्टिकी आईईडी बम कैसे लगाना है, कैसे फिट करना है, किस तरह से टाइमर सेट करना है, गाड़ी या इमारत मे किस जगह पर लगाना है, ये सारी जानकारी दी गई थी. बकायदा डेमा था. मोहम्मद असलम शेख ने इसी वीडियो से सीखने के बाद रामनगर में दो बसों में स्टिकी आईईडी बम फिट किए थे.

उधमपुर ट्विन ब्लास्ट केस में लश्कर के आतंकी असलम से अलग-अलग जांच एजेसिंया पूछताछ कर रही हैं. इधर कठुआ से पकड़े गए जैश-ए-मुहम्मद आतंकी जाकिर उर्फ जुबैर ने पूछताछ में कबूला है कि 23 सितंबर को सीमा पार से ड्रोन के जरिए हथियारों की एक खेप आई थी, जिसमें पहली बार डेटोनेटर फिट आईईडी स्टिकी बम शामिल थे. जाकिर के कब्जे से भी एक स्टिकी बम और 20 हजार रुपए बरामद हुए हैं. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक लश्कर और जैश का मड्यूल सीमा पार से ड्रोन के जरिए हथिायरों की खेप जम्मू-कश्मीर में भेज रहा है.

पकड़े गए दोनों आतंकियों ने ये भी कबूला है कि जम्मू-कश्मीर में उनके बहुत से साथी हैं, जिनका नाम नहीं पता लेकिन वे स्लीपर सेल हैं. ड्रोन के जरिए आ रहे स्टिकी बम उनके पास भी पहुंच रहे हैं. जिला कठुआ के हीरानगर सेक्टर और दयालाचक्क में ड्रोन के जरिए एक खेप पहुंची थी. असलम शेख ने अपनी पत्नी के साथ इस खेप को रिसीव किया और अपने घर बसंतगढ़ ले गया था, जिसमें 5 स्टिकी बम और 3 आईईडी शामिल थे. उसने दो स्टिकी बम आईईडी बसों में प्लांट किए थे. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 27-28 सिंतबर को उधमपुर में दो बसों में ब्लास्ट हुआ था, जिसमें दो लोग घायल हुए थे.

ये दोनों ब्लास्ट अलग-अलग जगहों पर खडी बसों में हुए थे. हलांकि, ये दोनोंं बसें उधमपुर-रामनगर रुट की थीं. एसआईए और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ-साथ एनआईए ने लगभग 1 दर्जन संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. एजेंसियों ने अपनी जांच में पाया कि मोहम्मद असलम शेख शिमला से इसी काम के लिए आया था. वह यहां मजदूरी करता था और सीमा पार लश्कर कमांडर अबू खुबैब के सपंर्क में था. ये धमाके केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से पहले यह दर्शाने के लिए किए गए कि केंद्रशासित प्रदेश में सब ठीक नहीं है. गृ​ह मंत्री 5 अक्टूबर को बारामूला के दौरे पर आने वाले हैं.