कोस्टगार्ड और गुजरात एटीएस को बड़ी कामयाबी, पाक की नाव से 600 करोड़ की ड्रग्स जब्त

78 पेटी हेरोइन जब्त की गई जिसका वजन लगभग 86 किलोग्राम था

नई दिल्ली । भारतीय अधिकारियों ने एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव से भारी मात्रा में ड्रग्स की खेप पकड़ी है। अधिकारियों ने संदेह के आधार पर कार्ऱवाई की। तलाशी के बाद 78 पेटी हेरोइन जब्त की गई जिसका वजन लगभग 86 किलोग्राम था। यह मौजूदा लोकसभा चुनावों के दौरान नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) की सबसे बड़ी जब्ती है।

गुजरात एटीएस ने एक बयान में कहा है कि समुद्र के बीच में यह अभियान गुजरात एटीएस, भारतीय तट रक्षक और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा संयुक्त रूप से चलाया गया था।गुजरात एटीएस के बयान में कहा गया है कि लोकसभा चुनावों के लिए देश में एमसीसी लागू होने के कारण, राज्य में सभी प्रवर्तन एजेंसियां ​​हाई अलर्ट पर हैं।

गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के पुलिस अधीक्षक केके पटेल को सूचना मिली कि हाजी असलम उर्फ ​​बाबू बलूच नाम का एक पाकिस्तानी ड्रग ऑपरेटिव कराची बंदरगाह से भारत में हेरोइन या मेथमफेटामाइन जैसे मादक पदार्थ भेजने वाला है। एटीएस को ये भी पता था कि ये ड्रग्स एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव, ‘अलरज़ा’ के माध्यम से भेज रहा है जिसका पंजीकरण संख्या 339-BB-BFD है। इसके बाद संयुक्त रूप से अभियान चलाया गया।

नाव को 25 अप्रैल और 26 अप्रैल की मध्यरात्रि में पोरबंदर तट के पास आईएमबीएल के पास भारतीय जलक्षेत्र में प्रतिबंधित सामग्री पहुंचानी थी। इसके बाद लाई गई हेरोईन को तमिलनाडु में एक ठिकाने तक पहुंचाना था। तमिलनाडु से इसे आगे श्रीलंका स्थित ड्रग ऑपरेटरों तक पहुंचाया जाना था।

जानकारी के आधार पर, गुजरात एटीएस और भारतीय तट रक्षक की एक संयुक्त टीम ने आईसीजीएस राजरतन पर सवार होकर पोरबंदर से एक ऑपरेशन शुरू किया। आधी रात में, पोरबंदर, गुजरात से 180 नॉटिकल मील दूर भारतीय जल क्षेत्र में एक संदिग्ध जहाज की पहचान की।

भारतीय तट रक्षक और गुजरात एटीएस टीम ने जांच के लिए जहाज पर चढ़ने की कोशिश की लेकिन लेकिन संदिग्ध नाव के चालक दल ने इसमें बाधा डाली और भागने की कोशिश की। जहाज को रोकने के लिए गोली चलानी पड़ी। नाव के मालिक, नज़ीर हुसैन आज़म खान, उम्र 62 वर्ष, को समुद्र के बीच में ऑपरेशन के दौरान गोली लगी। उसे अस्पताल भेजा गया।

पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव, ‘अलरज़ा’ में 14 चालक दल के सदस्य थे जो सभी पाकिस्तानी नागरिक हैं। आगे की कानूनी प्रक्रियाओं के लिए नाव और चालक दल को पोरबंदर लाया गया। तलाशी में हेरोइन के 78 बक्से बरामद किए, जिनका वजन लगभग 86 किलोग्राम था और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी कीमत लगभग 602 करोड़ रुपये है।