जम्मू में एक हिन्दू मंदिर पर हमले की खबर है। इस हमले में मंदिर और मूर्तियों को नुकसान पहुँचाया गया है। घटना सिद्धड़ा क्षेत्र में आने वाले लक्ष्मी नारायण मंदिर की है जो शहर से सटा हुआ इलाका है। मूर्तियों को मंदिर परिसर के बाहर फेंक दिया गया है। पुलिस ने केस दर्ज कर के हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है। घटना गुरुवार – शुक्रवार (8 अप्रैल, 2022) की है।

इस घटना के बाद सामने आए वीडियो में पुलिसकर्मी मंदिर परिसर के बाहर दिखाई दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले का शिकार हुआ लक्ष्मी नारायण मंदिर तवी नदी के किनारे रंगूड़ा इलाके में गोल्फ कोर्स के पीछे जंगल क्षेत्र में है। हमले में लगभग आधे दर्जन मूर्तियों को तोड़ा गया है, जिसमें गणेश और नरसिंह भगवान की प्रतिमाएँ शामिल हैं। मंदिर के स्टोर के दरवाजे को भी तोड़ने की कोशिश की गई है। इस घटना से श्रद्धालुओं में काफी नाराजगी है।
पहले भी मंदिर में हो चुकी हैं घटनाएँ
शुक्रवार की सुबह जब स्थानीय निवासी दर्शन के लिए आए तो उन्हें इस घटना की जानकारी हुई। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंदन कोहली के मुताबिक, आरोपित जल्द ही गिरफ्तार किए जाएँगे। लोगों के मुताबिक, लगभग 5 साल पहले भी इस मंदिर पर हमला किया गया था। तब मंदिर के प्रवेश द्वार पर लगी मूर्ति को नुकसान पहुँचाया गया था। इसके अलावा एक अन्य घटना में मंदिर परिसर में लगी एक घंटी और स्टोर से कुछ बर्तन चोरी कर लिए गए थे।
“लगभग 99 प्रतिशत मुस्लिमों का क्षेत्र है घटनास्थल” : स्थानीय हिन्दू कार्यकर्ता
ऑपइंडिया ने इस घटना के बारे में स्थानीय हिन्दू कार्यकर्ता राकेश बजरंगी से बात की। उन्होंने बताया, “हमने प्रशासन को जल्द से जल्द आरोपितों की गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया। घटना के विरोध में जम्मू बस स्टैंड पर प्रदर्शन भी किया गया। जिस इलाके की घटना है वो लगभग 99 प्रतिशत मुस्लिम बाहुल्य है। इसमें से अधिकतर मुस्लिम बाहर से आ कर वहाँ बसे हुए हैं। जिस प्रकार से मंदिर में कई देवताओं की मूर्तियों के साथ हमारे एक कुलदेवता की मूर्ति को तोड़ा गया वो एकदम अलग है।
उस मूर्ति के कई टुकड़े कर दिए गए हैं। अब प्रशासन ने मंदिर की सुरक्षा में पुलिस बल को तैनात कर दिया है।” राकेश कुमार राष्ट्रीय बजरंग दल के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
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