नई दिल्ली। शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) की संपत्ति कुर्क करने के एक दिन बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP Chief Sharad pawar) ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra modi) से मुलाकात की। मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार के नेताओं पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कार्रवाई थी। इसकी जद में शिवसेना नेता संजय राउत भी आए थे।
पीएम से मुलाकात के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस
मोदी से मुलाकात के बाद पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि संजय राउत की संपत्ति कुर्क करना उनके साथ अन्याय है। पवार ने बताया कि मैंने पीएम मोदी से संजय राउत से जुड़े मामले की बातचीत की है। मैंने कहा कि जिस तरह से राउत की संपत्ति कुर्क की गई है वह अन्याय है। पवार ने कहा कि संजय राउत सिर्फ राज्यसभा सदस्य ही नहीं, बल्कि पत्रकार भी हैं।
ममता ने लिखा- गैर भाजपाइयों को एकजुट करें
पवार के मुताबिक उन्होंने पीएम मोदी से पूछा कि संजय राउत के खिलाफ कार्रवाई की क्या जरूरत थी? सिर्फ इसलिए कि कभी-कभी वह लिखता और आलोचना करता है? उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा विपक्ष के नेताओं को एकजुट करने के प्लान का भी जिक्र किया और बताया कि उन्होंने मुझसे कहा है कि हमें गैर-भाजपा नेताओं से संपर्क करना चाहिए और भविष्य का एक्शन प्लान तैयार करना चाहिए।
1,034 करोड़ रुपए के घोटाले में राउत की पत्नी की संपत्ति हुई अटैच
मंगलवार को ईडी ने शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी वर्षा की दो करोड़ की संपत्ति अटैच की थी। ईडी ने वर्षा के अलावा संजय के दोस्त प्रवीण राउत से जुड़ी 9 करोड़ की संपत्ति भी अटैच की थी। यह कुल मिलाकर 11 करोड़ की संपत्ति थी। मामला पात्रा चॉल भूमि घोटाले से जुड़ा है।
PM मोदी की इन योजनाओं के कारण रुकी गरीबी: अब IMF ने भी माना
राउत ने कहा था- मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत दें, पूरी संपत्ति भाजपा के नाम कर दूंगा।
ईडी की कार्रवाई को संजय राउत ने राजनीतिक कार्रवाई बताया था। उन्होंने कहा था कि मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत दें तो पूरी संपत्ति भाजपा के नाम कर दूंगा। उन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी के नाम पर जो भी प्रॉपर्टी है वह उनकी कमाई के पैसे से खरीदी गई है।