अखिलेश का योगी सरकार पर आरोप : पुलिस ने जानबूझकर रोका, तानाशाही या इमरजेंसी?

लखनऊ । सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री  अखिलेश यादव ने ईद के दिन मुसलमानों के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इसके राजनीतिक मायने अलग है, लेकिन यहां पहुंचने के बाद अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर बड़े आरोप लगाए हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे पुलिस ने रास्ते में रोके रखा। मैं ईदगाह आना चाह रहा था, लेकिन बैरिकेडिंग की गई थी। मैं बड़ी मुश्किल से आ सका हूं।

लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘ईद के मौके पर इतनी बैरिकेडिंग क्यों की गई है। पुलिस ने मुझे रोका और जब मैंने उनसे पूछा कि मुझे क्यों रोका जा रहा है तो उनके पास कोई जवाब नहीं था। क्या मैं इसे तानाशाही कहूं या फिर आपातकाल कहूं। मैंने कभी ऐसी बैरिकेडिंग नहीं देखी जो लोगों को उनके त्यौहार मनाने से रोकने के लिए की गई हो।’ उन्होंने कहा कि बीजेपी इस देश को संविधान के जरिए नहीं चला रही है।

 

ईद के दिन मुस्लिमों के बीच जाकर अखिलेश यादव ने खुद को उनके साथ जोड़ने की हर कोशिश की। अखिलेश ने कहा कि ईद पर सिवइयां भी खाने को मिलती हैं और ये जो मिठास है ये पूरे साल याद रहती है। उन्होंने कहा कि यहां इतनी जाति धर्म के लोग मिलकर रहते हैं, त्यौहार मनाते हैं, एक दूसरे की खुशियां बांटते हैं, वहीं दुख तकलीफ में भी शामिल होते हैं। हमारा देश बहुत बड़ा देश है, यहां पर सदियों से हम मिलकर रहते आए हैं।