दुष्कर्म मामले में बसपा सांसद की मदद करने वाला आरोपी सीओ गिरफ्तार, रातभर हुई पूछताछ

चर्चित बसपा सांसद अतुल राय प्रकरण में भेलूपुर सीओ रहे निलम्बित अमरेश सिंह बघेल के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। बाराबंकी जनपद में गिरफ्तारी के बाद वाराणसी लाये गये सीओ से रात भर पूछताछ हुई। अमरेश सिंह के खिलाफ बलात्कार पीड़िता और उसके गवाह को आत्महत्या के लिए उकसाने सहित अन्य गंभीर आरोपों में लंका थाने में थाना प्रभारी महेश पांडेय की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ।

बसपा सांसद पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने किया था आत्मदाह

भेलूपुर के तत्कालीन सीओ रहे अमरेश सिंह पर बलात्कार के आरोपी सांसद अतुल राय का मदद करने का आरोप है। गुरूवार को गिरफ्तार अमरेश सिंह का जिला चिकित्सालय में मेडिकल कराने के बाद न्यायालय में पेश किया गया। जहां न्यायालय ने उन्हें जेल भेज दिया।

बलिया जिले की रहने वाली युवती वाराणसी में यूपी कॉलेज में पढ़ती थी। एक मई 2019 को युवती ने लंका थाने में बसपा सांसद अतुल राय के खिलाफ बलात्कार सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। 22 जून 2019 को अतुल राय ने वाराणसी की अदालत में समर्पण कर दिया था।

इसी मामले में बसपा सांसद के पिता भरत सिंह की शिकायत के आधार पर तत्कालीन भेलूपुर सीओ रहे अमरेश सिंह बघेल ने पूरे मामले की जांच की थी। इसके बाद उन्होंने अतुल राय को क्लीन चिट देकर बलात्कार मामले की फिर से विवेचना की संस्तुति की थी। इस प्रकरण में प्रदेश सरकार ने अमरेश को 30 दिसंबर 2020 को निलंबित करके उनके खिलाफ प्रयागराज के आईजी रेंज को विभागीय जांच सौंपी थी।

आरोप है कि निलंबित होने के बावजूद अमरेश सिंह ने प्रयागराज जनपद में स्थित एमपी-एमएलए कोर्ट में बसपा सांसद अतुल राय के पक्ष में गवाही भी दी थी। इस सारे प्रकरण से नाराज बलात्कार का आरोप लगाने वाली युवती और उसके साथी ने दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के बाहर इसी वर्ष 16 अगस्त को आत्मदाह कर लिया था। आत्मदाह से पूर्व पीड़िता ने सीओ अमरेश सिंह बघेल का नाम लेकर न्याय न मिलने का आरोप लगाया था। इसी मामले में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की गिरफ्तारी हो चुकी है।

पीड़िता और उसके साथी के आत्मदाह से हुई किरकिरी के बाद 16 अगस्त को प्रदेश सरकार ने पुलिस महानिदेशक और अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के 2 अधिकारियों को इस प्रकरण की जांच सौंपी। 17 अगस्त को तत्कालीन इंस्पेक्टर कैंट राकेश कुमार सिंह और दरोगा गिरजा शंकर यादव को निलंबित कर दिया गया। इसके बाद 27 अगस्त को पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को लखनऊ से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। वाराणसी में तैनात रहे एएसपी विकास चंद्र त्रिपाठी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई।

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एडिशनल एसपी विनय कुमार सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया। शासन के निर्देश पर निलम्बित सीओ पर भी सख्त कार्यवाही का निर्देश दिया गया। अफसरों के निर्देश पर वाराणसी क्राइम ब्रांच टीम अमरेश सिंह के गिरफ्तारी के लिए जुटी हुई थी। बुधवार की देर रात सर्विलांस की मदद से अमरेश सिंह की लोकेशन बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ स्थित बारा टोल प्लाजा के समीप मिली। इसके बाद घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया गया और वाराणसी लाया गया।