नई दिल्ली। शानदार माइलेज और कम रनिंग कॉस्ट की वजह से भारत में CNG कारों की मांग तेजी से बढ़ी है। लेकिन पेट्रोल और डीज़ल कारों की तुलना में CNG किट लगी गाड़ियों को ज्यादा सतर्कता और नियमित रखरखाव की जरूरत होती है। थोड़ी-सी लापरवाही न सिर्फ कार को नुकसान पहुंचा सकती है, बल्कि आग लगने जैसी गंभीर दुर्घटना का कारण भी बन सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक CNG कार मालिकों को इन 5 बड़ी गलतियों से हर हाल में बचना चाहिए।
1. गैर-मानकीकृत CNG किट लगवाना
कई लोग खर्च बचाने के लिए लोकल या अनधिकृत CNG किट लगवा लेते हैं।
खतरा: घटिया पुर्ज़े, ढीली वायरिंग और गलत फिटिंग से गैस लीकेज, शॉर्ट सर्किट और घर्षण के कारण आग लग सकती है।
सही तरीका: हमेशा कंपनी-फिटेड CNG कार खरीदें या सरकारी तौर पर अधिकृत वर्कशॉप से ही स्टैंडर्ड और अप्रूव्ड किट लगवाएं।
2. वायरिंग और गैस लीकेज को नजरअंदाज करना
पुरानी वायरिंग, रबर पाइप में दरार या गैस लाइन में हल्का नुकसान अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है।
खतरा: CNG हवा से हल्की होती है और तेजी से फैलती है। केबिन या बोनट में गैस जमा होने पर छोटी-सी चिंगारी भी आग भड़का सकती है।
सही तरीका: CNG की गंध आते ही कार को खुली जगह में रोकें, इंजन बंद करें और तुरंत जांच करवाएं। हर 6 महीने में लीकेज और वायरिंग चेक कराना जरूरी है।
3. सर्विसिंग और फिटनेस सर्टिफिकेट टालना
कई वाहन मालिक CNG किट की नियमित सर्विस और सिलेंडर टेस्टिंग को टाल देते हैं।
खतरा: समय के साथ वाल्व सील, रेगुलेटर और पाइपलाइन कमजोर हो जाती हैं। बिना टेस्टिंग के पुराना सिलेंडर अधिक दबाव में फट सकता है।
सही तरीका: हर 10–15 हजार किलोमीटर पर सर्विसिंग और हर 3 साल में सिलेंडर का हाइड्रो टेस्ट कराकर फिटनेस सर्टिफिकेट जरूर लें।
4. ओवरलोडिंग और जरूरत से ज्यादा गैस भरवाना
कभी-कभी लोग क्षमता से ज्यादा प्रेशर में CNG भरवा लेते हैं या कार को जरूरत से ज्यादा लोड कर लेते हैं।
खतरा: 200 बार से ज्यादा प्रेशर सिलेंडर पर अतिरिक्त दबाव डालता है। ओवरलोडिंग से गैस लाइन क्षतिग्रस्त होकर लीकेज कर सकती है।
सही तरीका: हमेशा मानक प्रेशर में ही गैस भरवाएं और कार को तय क्षमता से ज्यादा लोड न करें।
5. तेज धूप में लंबे समय तक पार्किंग
गर्मियों में बंद खिड़कियों के साथ कार को सीधी धूप में खड़ा करना आम गलती है।
खतरा: अत्यधिक गर्मी से सिलेंडर के अंदर दबाव बढ़ जाता है, जिससे पुराने या खराब सिलेंडर में खतरा बढ़ सकता है।
सही तरीका: कार को छायादार या अंडरग्राउंड पार्किंग में खड़ा करें और लंबे समय के लिए खिड़कियां थोड़ी खुली रखें।
निष्कर्ष
CNG कारों की सुरक्षा पूरी तरह नियमित रखरखाव और सतर्कता पर निर्भर करती है। किसी भी असामान्य गंध, आवाज़ या तकनीकी बदलाव को हल्के में न लें, क्योंकि यही छोटी सावधानी आपको बड़ी दुर्घटना से बचा सकती है।
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