नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 32 रियल-टाइम जल गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों की स्थापना की प्रगति की समीक्षा के बाद कहा कि यमुना सिर्फ एक नदी नहीं है, बल्कि हमारे लिए आस्था का प्रतीक भी है और इसीलिए इसकी सफाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की प्राथमिकता है।
बैठक के दौरान अमित शाह ने में यमुना की सफाई, दिल्ली में पीने के पानी और सीवेज व्यवस्था पर होलिस्टिक एप्रोच के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। अमित शाह ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय को सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STPs) के लिए एक एसओपी (SOP) बनानी चाहिए जिससे उनकी गुणवत्ता, रख-रखाव और डिस्चार्ज के मानदंड स्थापित किए जाये। उन्होंने कहा कि ये SOP अन्य सभी राज्यों के साथ भी साझा की जाए।
उन्होंने दिल्ली में जल आपूर्ति के लिए जल बोर्ड पाइपलाइनों में लीकेज को रोकने के साथ जल वितरण संरचना को और सुदृढ़ बनाने को कहा। अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में यमुना, पीने के पानी और ड्रेनेज को लेकर हम आज जो भी योजना बनायें वह अगले 20 सालों को ध्यान में रख कर बने। उहोने कहा कि यमुना की सफाई में दिल्ली जल बोर्ड की महत्वपूर्ण भूमिका है, इसलिए, इसका सुदृढ़ीकरण बहुत आवश्यक है।
इसके अतिरिक्त गृह मंत्री शाह ने दिल्ली जल बोर्ड में खाली पदों को तत्काल भरे जाने को कहा। अमित शाह ने दिल्ली में जल वितरण क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि पूरी दिल्ली को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जल का प्रबंधन बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जल आपूर्ति के लिए जल बोर्ड पाइपलाइनों में लीकेज को रोकने के साथ जल वितरण संरचना को और सुदृढ़ बनाए। उन्होंने नालों से गाद हटाने के लिए विश्व-स्तरीय तकनीक के उपयोग पर भी जोर दिया।
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