मणिपुर में लगातार हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के चार दिनों के दौरे का सकारात्मक असर दिखना शुरू हो गया है। इस दौरान अमित शाह ने मणिपुर में कई बैठकें करने के बाद शांति का मार्ग निकालने की पुरजोर कोशिश की थी। वो लगातार इस हिंसा के पीछे की वजह को जानने की कोशिश करते रहे। सभी समुदाय के लोगों से उनकी परेशानी जानने की कोशिश की। इसी के मद्देनजर उन्होंने लोगों से भी शांति बनाने की अपील की थी, जिसका परिणाम अब दिखने लगा है। अमित शाह ने अंत में हिंसा में शामिल लोगों को एक तरह की वार्निंग देते हुए कहा था कि राज्य में बाहर से बहुत हथियार आया है, जिसका इस्तेमाल यहां हुआ है, अच्छा होगा की आप समय रहते हथियार पुलिस को सौंप दे नहीं तो खोजी के दौरान जिसके घर से हथियार मिलेगी, उसपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस को सौंपी गई राइफल और ग्रेनेड
बता दें कि अमित शाह की अपील के बाद मणिपुर में अलग-अलग जगहों पर लोगों ने 140 हथियार पुलिस को सौंपे हैं। सरेंडर किए गए 140 हथियारों में SLR 29, कार्बाइन, AK, इंसास राइफल, इंसास LMG, Point 303 राइफल, 9 MM पिस्टल, प्वाइंट 32 पिस्टल, M16 राइफल, स्मोक गन और आंसू गैस, स्थानीय निर्मित पिस्तौल, स्टेन गन, राइफल, ग्रेनेड लांचर और JVP शामिल हैं।
बदले गए राज्य के DGP
मणिपुर हिंसा को काबू करने में असफल रहे डीजीपी पी डोंगल की जगह भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी राजीव सिंह को मणिपुर का नया पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया गया है। आधिकारिक आदेश के अनुसार, त्रिपुरा कैडर के 1993 बैच के आईपीएस अधिकारी सिंह को तीन साल के लिए अंतर-कैडर प्रतिनियुक्ति पर मणिपुर भेजा गया है।
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राजीव सिंह वर्तमान में CRPF के IG के तौर पर सेवांए दे रहे हैं। होम मिनिस्ट्री के आदेश में कहा गया है, CRPF के आईजी राजीव सिंह को तीन दिन पहले ही मणिपुर कैडर में ट्रान्सफर किया गया है। आईपीएस राजीव सिंह मूलरूप से बिहार के रहने वाले हैं और त्रिपुरा कैडर के अधिकारी हैं। यह फैसला भी उसी वक्त लिया गया जब गृहमंत्री अमित शाह हिंसाग्रस्त मणिपुर के दौरे पर थे।