विधान सभा चुनाव खत्म होते ही ओम प्रकाश राजभर के बोल बदलने लगे, धीरे-धीरे बयानबाजी ने अंतिम रूप लेते ही दोनों दलों का गठबंधन भी टूट गया। समाजवादी पार्टी ने लिखित रूप में सपा और सुभासपा गठबंधन को तोड़ दिया। हाल में होने वाले उपचुनाव में मैनपुरी लोकसभा सीट से ओपी राजभर ने बुधवार को सुभासपा के प्रत्याशी का एलान कर दिया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अपने प्रत्याशी का एलान कर दिया। उन्होंने मैनपुरी उपचुनाव में रमाकांत कश्यप को प्रत्याशी बनाया है। रमाकांत कश्यप इटावा के रहने वाले हैं। ओपी राजभर ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने उन्हें तलाक दिया जो उन्होंने कुबूल कर लिया है। शिवपाल सिंह और अखिलेश यादव की लड़ाई सिर्फ वर्चस्व की लड़ाई है। आजम खां की विधानसभा की सदस्यता पर किये गए सवाल पर ओपी राजभर ने नियम के तहत कार्रवाई होने की बात कही।
पत्रकार वार्ता में ओपी राजभर ने कहा सुभासपा आगामी चुनावों को देखते हुए संगठन की मजबूती पर कार्य कर रही है। जिसके लिए सुभासपा ने सावधान यात्रा भी निकाली थी। पार्टी की मांग है कि अमीरों की तरह गरीबों के बच्चों को भी अच्छे स्तर की शिक्षा मिले। देश में एक संविधान होते हुए एक समान शिक्षा सभी को मिलनी चाहिए। देश में समान शिक्षा का अधिकार और सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ उनकी पार्टी लड़ाई लड़ती रहेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले निकाय चुनाव में पार्टी सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारकर चुनाव लड़ेगी। राजनीति में हिस्सेदारी के लिए जातिगत जनगणना होना बेहद जरूरी है। सपा संरक्षक सांसद मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव होना है। चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार उपचुनाव के लिए 10 नवंबर को अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। अधिसूचना जारी होने के साथ नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। पांच दिसंबर को मतदान होगा। मतदान के बाद आठ दिसंबर को मतगणना होगी।