उत्तर प्रदेश के मथुरा में संविदा पर रखे गए 40 साल के सफाई कर्मी को कथित तौर पर कूड़ेदान में पीएम मोदी और सीएम योगी की फोटो ले जाने के चलते नौकरी से निकाल दिया गया। इसके साथ सफाई कर्मी को गणमान्य व्यक्तियों और जनप्रतिनिधियों की तस्वीरों की जानकारी नहीं देने पर सफाई निरीक्षक और सफाई पर्यवेक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के साथ ही उनके खिलाफ जांच के भी आदेश दिए गए हैं।
नगरपालिका विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अपनी सफाई में सफाईकर्मी बॉबी ने कहा कि उसकी कोई भी गलती नहीं है। वह अनपढ़ है, जिस कारण पीएम मोदी और सीएम योगी की तस्वीरें नहीं पहचान पाया।
मथुरा के नगर आयुक्त अनुनय झा ने कहा कि इस मामले में एक फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी का गठन कर दिया गया है। इस मामले पर कमेटी को 48 घंटे में अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। वहीं, झा ने कहा, फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी की ओर से रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद ही इस मुद्दे पर कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि बॉबी शनिवार को एक कचरा संग्रहण केंद्र से कूड़ा उठाकर ले जा रहा था। कूड़ेदान में पीएम और सीएम की तस्वीरें थीं। रास्ते में बॉबी को राजस्थान के दो लोगों ने रोक लिया। उन्होंने इस पूरे प्रकरण का वीडियो बना लिया, जिसमें वह पीएम और सीएम की तस्वीरों को कूड़े के साथ ले जाता दिख रहा है। आपात्ति के बाद तस्वीर को कूड़ेदान से हटा दिया गया और फिर बॉबी वहां से चला गया था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
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बॉबी को नौकरी से निकाले जाने पर एक अधिकारी ने बताया कि सफाई कर्मी बॉबी का कॉन्ट्रैक्ट इसलिए रद्द कर दिया गया क्योंकि पीएम और सीएम की तस्वीरों को आसानी से पहचाना जा सकता था। हमने इस पूरे प्रकरण पर बॉबी के पक्ष को सुना है और आने वाले दिनों में इस पर निर्णय दिया जाएगा।