आज दिनांक 19.4.2023 को उत्तर प्रदेश प्रेस क्लब लखनऊ में दिनकर दर्शन साहित्य प्रवाह (संचालित द्वारा दिनकर दर्शन चेरिटेबल ट्रस्ट) के तत्त्वावधान में आयोजित एक सम्मान/वैचारिक समारोह में उपस्थित अधिवक्ताओं और साहित्यकार मनीषियों तथा पत्रकारों ने अपने विचार व्यक्त किए। समारोह की अध्यक्षता शरद सिंह शरद ने किया तथा विशिष्ट अतिथि गणों में शिव मंगल सिंह मंगल, रमेश प्रसाद तिवारी, अनुपम चौहान,श्री हरि प्रकाश हरी, डॉ सत्यदेव द्विवेदी पथिक रहे। स्वागत भाषण देव किशोर शर्मा ने दिया।
समारोह में दिनकर दर्शन साहित्य सम्मान 2023 अरविन्द रस्तोगी को दिया गया तो दिनकर दर्शन महामना मालवीय सम्मान 2023 शैलेन्द्र कुमार उपाध्याय को प्रदान किया गया। अपने वक्तव्य में अध्यक्ष शरद सिंह शरद ने पत्रकारों, अधिवक्ताओं और साहित्यकारों के लिए, अधिवक्ता शरद मिश्र सिंधु द्वारा लागातार उठाई जा रही पेंशन योजना की मांग का समर्थन किया तो विशिष्ट अतिथि उपजा के महामंत्री अनुपम चौहान ने पत्रकारिता की स्वाभिमानी प्रकृति पर प्रकाश डाला, मीडिया महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम पांडे ने पत्रकारों के लिए पंजीकरण और लाइसेंस कोड की मांग की तो शिव मंगल सिंह मंगल ने, संस्था द्वारा प्रकाशित दिनकर दर्शन प्रथम पुष्प, साझा काव्य संग्रह का विशद विवेचन किया।
हरि प्रकाश अग्रवाल हरी ने साहित्य में राष्ट्रीय भाव की आवश्यकता पर बल दिया तो डॉ सत्य देव द्विवेदी पथिक ने पत्रकारिता और साहित्यिक अभिव्यक्ति पर विस्तार से चर्चा की। संचालन कर रहे अधिवक्ता शरद मिश्र सिंधु ने पंडित श्याम सुंदर शर्मा द्वारा रचित खंडकाव्य गजेन्द्र मोक्ष के छंदों का वाचन किया। सम्मानित साहित्यकार अरविन्द रस्तोगी एवं सम्मानित अधिवक्ता शैलेन्द्र कुमार उपाध्याय ने भी अपनी अभिव्यक्ति दी। वाणी वंदना अनिल किशोर शुक्ल निडर ने किया, समारोह में अधिवक्ता रमेश प्रसाद तिवारी ने संस्था को हर प्रकार से मदद का आश्वासन दिया तो अधिवक्ता संतोष यादव ने संस्था की पत्रिका की सराहना की। कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ रश्मि शील शुक्ल , मनमोहन बाराकोटी , आनंद ठाकुर , शारदा नंदन सुबोध , देवेश द्विवेदी, शरद पांडे शशांक , संजय समर्थ , एवं अधिवक्ता सुश्री रचना मिश्रा रिया, विनोद मिश्र, आर के ओझा, हरि नाथ तिवारी, नेहा मिश्रा, आदि मनीषी गण उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन संजय मिश्रा ‘रजोल’ने किया।