चमोली, उत्तराखंड में एक बड़ा दर्दनाक हादसा हो गया है, जिसमें नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर करंट फैलने से 16 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में कई लोग भी झुलस गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी इस हादसे का शिकार हुए हैं। चमोली आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि अब तक 16 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 7 लोग झुलसे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक, नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर करंट का फैलना हादसे का कारण बना है। यहां बिजली के तीसरे फेस की जोड़ी लगाई जा रही थी, जिसके बाद करंट दौड़ गया। इस हादसे में ट्रांसफार्मर से मीटर तक के तारों में करंट दौड़ गया है। चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना ने बताया कि इस साइट पर तब 24 लोग मौजूद थे, जिसमें से 16 लोगों की मौत हो गई है।
आपको बता दे, हादसे के बाद तत्पश्चात, परिजनों ने उनकी खोजबीन की जब वह फोन पर उपलब्ध नहीं हुए। उसके बाद केयर टेकर की मौत का पता चला, जो करंट लगने से हुई है। घटनास्थल पर पहुंचने पर पुलिस वहां मौजूद थी और एक बार फिर करंट फैल गया, जिसके कारण कई लोगों को घायल हो गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया है और घटना की विस्तृत जांच के लिए निर्देश दिए हैं। झुलसे लोगों को देहरादून भेजा गया है, जहां उनका उपचार होगा। उनके इलाज के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया है। झुलसे जल संस्थान के जेई संदीप मेहरा और सुशील कुमार सहित छह लोगों को एम्स ऋषिकेश और अन्य अस्पतालों में भेजा गया है।
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