बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों ने कथित यौन शोषण का आरोप लगाकर मोर्चा खोला हुआ है। तो वहीं, उन्होंने योगी सरकार ने एक और झटका दिया है।
दरअसल, अयोध्या के सरयू तट किनारे बने राम कथा पार्क में 5 जून को बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में कैसरगंज के सांसद द्वारा आयोजित जनचेतना महारैली के कार्यक्रम को कराने की जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। प्रशासन की तरफ से अनुमित नहीं मिलने के बाद भी उनके समर्थकों द्वारा तैयारी की जा रही है।
वहीं, इस कार्यक्रम की मंजूर न देने के पीछे जिला प्रशासान ने पूरे जिले में धारा 144 लगे होने की बात बताई है। बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में करीब 10 लाख लोगों के जुटने की संभावना जताई जा रही थी। नगर के प्रमुख साधु-संतों का भी उन्हें समर्थन मिल चुका है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस-प्रशासन ने भी आस-पड़ोस के जिलों में खुफिया पुलिस यानी एलआईयू को भी सक्रिय कर दिया था, जिससे संख्या बल की सही जानकारी मिल सके। एसपी गौतम के मुताबिक, राम कथा पार्क में कार्यक्रम करने की अनुमित उन्हें नहीं दी गई है।
क्योकि, 5 जून को विश्व पर्यावण दिवस का सरकारी आयोजन होना है। इस बात से उन्हें अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि बाकी अन्य स्थान पर कार्यक्रम करने के लिए उन्होंने अभी कोई आवेदन नहीं किया है। अगर करेंगे तो उस पर विचार किया जाएगा।
इसके बाद जिला प्रशासन कोई निर्णय लेगा। उन्होंने बताया कि पूरे जिले में धारा 144 लगी हुई है और प्राइवेट आयोजनों पर पाबंदी है।