लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 भले ही अपनी समाप्ति की ओर बढ़ रहा हो, लेकिन राज्य में सियासत अपने उफान पर है. 5 चरणों का चुनाव हो चुका है और 2 चरणों का चुनाव अभी शेष है. इस बीच, प्रदेश में चुनावी राजनीति अपने चरम पर है. इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा योगी कैबिनेट में मंत्री रहे और अब समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य की हो रही है. उनके काफिले पर पथराव के बाद भाजपा और सपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चरम पर पहुंच गया है. इन सबके बीच भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ मजबूती के साथ खड़ी हो गई हैं. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उन्होंने पार्टी धर्म निभाते हुए कहा था कि उनके (पिता स्वामी प्रसाद मौर्य) चुनाव प्रचार में नहीं जाऊंगी. संघमित्रा ने कहा कि इस घटनाक्रम (स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर पथराव) के बाद मैं कहती हूं कि जनता उनके साथ है और मैं बेटी होने का धर्म निभा रही हूं. बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य फाजिलनगर विधानसभा सीट से बतौर सपा उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर पथराव के बाद संघमित्रा ने फेसबुक लाइव के जरिये अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, ‘पिता के रोड शो पर हमला करने वाले भाजपा प्रत्याशी और नेताओं पर कार्रवाई होनी चाहिए. हमले की जानकारी मिली तो कुशीनगर से फाजिलनगर जाते समय बेवली बाजार में मुझे भी घेरा गया. अभद्रता करने वाले लोग शीर्ष नेतृत्व की सुनने वाले नहीं हैं. मुझे प्रताड़ित करने वालों पर अब कार्रवाई होनी चाहिए’ मैंने कहा था कि पिता के प्रचार में नहीं जाऊंगी, मगर अब कहती हूं कि फाजिलनगर की जनता स्वामी प्रसाद का साथ दे.’
‘भाजपा नहीं छोड़ूंगी’
संघमित्रा मौर्य ने आगे कहा, ‘मैं भाजपा की कार्यकर्ता हूं. मैं भाजपा की सांसद हूं और बनी रहूंगी. मुझे किसी की सलाह की जरूरत नहीं है. बदायूं की जनता के वोट से चुनकर मैं संसद में गई, किसी की दयादृष्टि वाली सांसद नहीं हूं. न पार्टी से इस्तीफा दूंगी और न सांसदी से.’
यूक्रेन मुद्दे पर एकजुट दिखे राहुल और वरुण गांधी, एक ही वीडियो शेयर कर सरकार पर उठाए सवाल
संघमित्रा भी नामजद
सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर पथराव मामले में उनकी सांसद बेटी संघमित्रा और बेटे अशोक मौर्य के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. बीजेपी दुदही मंडल अध्यक्ष दीपराज खरवार की ओर से इस बाबत तहरीर देने के बाद किस दर्ज किया गया है. भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य और अशोक मौर्य समेत 30 नामजद तथा सैकड़ों अज्ञात सपा कार्यकर्ताओं को नामजद किया गया है. इन सभी के पर मारपीट, नकदी व चेन छीनने तथा एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया है.