पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष पद छोड़कर बड़ी मुसीबत में फंसे सिद्धू, हाईकमान ने लिया तगड़ा निर्णय

पंजाब में अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सूबे की सत्तारूढ़ कांग्रेस के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी करते हुए प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, उनका यह कदम अब उनके लिए ही मुसीबत सामने आ रहा है। दरअसल, सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि कांग्रेस हाईकमान अब सिद्धू के आगे झुकने को तैयार नहीं है। इसी वजह से अब पंजाब कांग्रेस के लिए नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश भी शुरू कर दी गई है।

सिद्धू का विकल्प तलाश रहा कांग्रेस हाईकमान

मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत बुधवार को सिद्धू को मनाने के लिए चंडीगढ़ जाने वाले थे, लेकिन अब हाईकमान ने उन्हें रोक दिया है, जिसकी वजह से उनका चंडीगढ़ दौरा भी रद्द हो गया है। कांग्रेस हाईकमान सूबे के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ खड़ा नजर आ रहा है। यही वजह है कि कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धू का विकल्प तलाशना शुरू कर दिया है।

बताया जा रहा है कि नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन की रेस में अभी तक कुलजीत नागरा और रवनीत सिंह बिट्टू का नाम सबसे आगे चल रहा है। माना जा रहा है कि इन दोनों में से एक को कांग्रेस हाईकमान पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का पद सौंप सकती है। कुलजीत अभी कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष हैं जबकि रवनीत लोकसभा सांसद हैं, जो संसद सत्र के दौरान सुर्खियों में रहे हैं।

यह भी पढ़ें: विश्व हृदय दिवस: कोरोना से उबरने के महीनों बाद भी दिल की धड़कन हो तेज तो हो जाएँ सचेत

आपको बता दें कि सिद्धू ने बीते मंगलवार को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस इस्तीफे के बाद से पंजाब कांग्रेस के कई पदाधिकारियों ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। इन पदाधिकारियों में चन्नी सरकार के दो कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना और परगट सिंह का नाम शामिल हैं। सिद्धू ने अपने इस्तीफे के बाद कहा कि वह हक़ और सच में लड़ाई में किसी भी तरह का समझौता नहीं कर सकते हैं।