अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों के जाने के बाद बीते दिन क़तर में भारतीय राजदूत और तालिबानी नेता के बीच हुई उच्च स्तरीय बैठक जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को बिल्कुल भी रास नहीं आई है। दरअसल, इस बैठक को लेकर उमर अब्दुल्ला ने केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार से बड़ा सवाल पूछा है। आपको बता दें कि अभी बीते दिनों तालिबान ने अपने एक बयान में कहा था कि वह भारत के साथ अच्छे संबंध चाहता है।

तालिबान को लेकर उमर अब्दुल्ला ने पूछा सवाल
दरअसल, क़तर के दोहा में भारतीय राजदूत और तालिबानी नेता के बीच हुई बैठक को निशाना बनाते हुए उमर अब्दुल्ला ने सवाल पूछते हुए कहा कि तालिबान एक आतंकी संगठन है या नहीं, सरकार ये बात स्पष्ट तौर पर हमें बताए। आप तालिबान को किस नजर से देखते हैं? अगर तालिबान आतंकी संगठन है, तो आप उनसे बातचीत क्यों कर रहे हैं? और, अगर तालिबान आतंकी संगठन नहीं है तो क्या आप संयुक्त राष्ट्र में उसके खिलाफ जाएंगे? आप इसपर मन बना लीजिए।
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आपको बता दें कि बीते दिन क़तर के दोहा में भारतीय राजदूत दीपक मित्तल और तालिबानी नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई के बीच उच्च स्तरीय बैठक हुई थी। इस बैठक के बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि बैठक के दौरान दीपक मित्तल ने तालिबान के नेताओं से कहा कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी तरह से भारत विरोधी गतिविधियों या आतंकवाद के लिए नहीं होना चाहिए।
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