मुकेश अंबानी केस: पुलिस अधिकारी पर गिरी निलंबन की गाज, एनआईए ने कसी नकेल

उद्योगपति मुकेश अंबानी के एंटीलिया बंगले के पास जिलेटिन की छड़ों से भरी स्कॉर्पियो कार मिलने के मामले में गिरफ्तार सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे को सोमवार को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने सोमवार सुबह वाझे के ठाणे जिले के साकेत कॉम्प्लेक्स स्थित घर में छापेमारी की।

एनआईए की हिरासत में भेजे गए सचिन वाजे

एनआईए ने छापेमारी का ब्योरा नहीं दिया है, लेकिन बताया जा रहा है कि कुछ महत्वपूर्ण सुराग उसके हाथ लगे हैं। एनआईए आज क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट में कार्यरत दो चालकों से भी पूछताछ कर रही है।

दक्षिण मुंबई के पैडर रोड स्थित एंटीलिया बंगले के पास 25 फरवरी को स्कॉर्पियो कार संदिग्ध परिस्थितियों में खड़ी मिली थी, जिसमें से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद की गई थीं। इस मामले में एनआईए ने 13 घंटे की पूछताछ के बाद शनिवार देर रात को सचिन वाझे को गिरफ्तार किया था।

विशेष अदालत ने रविवार को वाझे को 25 मार्च तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया। इसके बाद सचिन वाझे को सहायक पुलिस निरीक्षक पद से निलंबित कर दिया गया है। यह दूसरी बार है जब सचिन वाझे को पुलिस सेवा से निलंबित किया गया है। 16 साल तक निलंबित रहे सचिन वाझे को 6 जून, 2020 को फिर से पुलिस सेवा में बहाल किया गया था।

सूत्रों के अनुसार सचिन वाझे से एनआईए लगातार पूछताछ कर रही है। रविवार देर रात को सचिन वाझे की तबीयत बिगड़ गई थी, इसलिए एनआईए ने तत्काल डॉक्टर को बुलाकर उनका इलाज भी करवाया। सचिन वाझे को रविवार को विशेष अदालत में पेश करने से पहले जेजे अस्पताल में चिकित्सा जांच करवाई गई थी। अगर सचिन वाझे की तबीयत फिर बिगड़ती है तो उन्हें जेजे अस्पताल में ले जाया जा सकता है।

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एनआईए इस मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच के अन्य अधिकारियों से भी पूछताछ कर रही है। इस मामले में सचिन वाझे के साथ क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट में तैनात रहे कम से कम आठ अधिकारी-कर्मचारी भी एनआईए के रडार पर हैं।