Bhujangasana may help to tone the abdomen and strengthen the spine and most importantly, it also helps to improve blood circulation
Bhujangasana may help to tone the abdomen and strengthen the spine and most importantly, it also helps to improve blood circulation

पीठ दर्द से छुटकारा ही नहीं और भी बहुत फ़ायदे हैं – भुजंग आसान के

आज-कल की जीवन शैली मे लोगों की पीठ दर्द की समस्या बहुत ही आम बात हो गयी है। ये समस्या उन लोगो मे बहुत तेजी से बढ़ रही है जो ऑफिस मे डेस्क जॉब मे हैं, इसका कारण एक ही जगह पे और एक ही स्थिति मे बहुत समय तक बैठना। इस समस्या का निदान हम आवश्यक शारीरिक व्यायाम और योगासन जरिये कर सकते हैं।

हमारे जीवन मे योग आध्यात्मिक और नैतिक विकास प्रदान करता है और कई स्वास्थ्य समस्याओं को संभालने में मदद करता है। योग और आसन हमारे शारीरिक और शारीरिक रचना पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।

भुजंग आसान (सर्पासन) से हम शीघ्र ही इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इसको करना बहुत ही सरल है और इसे 4-5 घंटो के अंतराल पर भी कर सकते हैं। इसके कई फ़ायदे हैं –

  1. कमर दर्द के लिए एक उत्कृष्ट उपचार है।
  2. पीठ को लाभ प्रदान कर सकता है और साथ ही पाचन को भी सुधार सकता है।
  3. बांहों की शक्ति को बढ़ाता है।
  4. लचीलापन में वृद्धि करता है।
  5. रीढ़ की हड्डी को मजबूत कर सकता है।
  6. अस्थमा के प्रभाव को कम करता है।
  7. आपके शरीर के कई क्षेत्रों को लाभ पहुंचाता है।

कैसे करें भुजंग आसान –

सबसे पहले अपने पेट के बल सीधे लेट जाइए , हाथ जांघों के पास रखें, पैर एक साथ, पैरों की उंगलियाँ बाहर की ओर, अपने मस्तक को जमीन पर आराम करते हुए रखें।
अब, धीरे-धीरे अपने हाथों को कोहनियों पर मोड़ें, फिर अपने हथेलियों को कंधे के पास जमीन पर रखें अंगूठे को बॉडी के नीचे रखना चाहिए, फिर, अपना माथा आगे ले जाएं, इसे जमीन पर रखें, और सीधे सामने देखें।
अब, धीरे-धीरे सिर, गर्दन और कंधे उठाएं और नाभि के स्तर तक पेट को ऊपर उठाएं। कोशिश करें कि सिर को जितना ऊंचा हो सके रखें
आप इस स्थिति मे जितनी देर आराम से रह सकें, उतनी देर तक ही करें ।
फिर धीरे-धीरे अपने आप को जमीन पर लेट जाएं, नाभि क्षेत्र के ऊपरी हिस्से से शुरू करके, छाती, कंधे और धीरे-धीरे मस्तक को रखें; और अंत में मस्तक को ज़मीन पर रखें। अपने हाथों को फिर से जांघों के पास रखना रखें और थोड़ी देर आराम करें।

नोट:- यह आसान उन लोगों के लिए वर्जित है जो हाल ही मे किसी भी सर्जरी से गुजरे हों, खासतौर पे पेट की सर्जरी से। यह लेख, लेखक के निजी अनुभव पे आधारित है अतः इस आसान को करने से पहले किसी अनुभवी योग टीचर से सलाह अवश्य लें।