8वें दौर की बैठक के दौरान किसानों ने लिया फैसला, केंद्रीय मंत्रियों को दिया दोटूक जवाब

कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान किसान आंदोलन के बीच सोमवार को आंदोलित किसानों और केंद्र सरकार के बीच आठवें दौर की बातचीत जारी है। हालांकि, दिल्ली के विज्ञान भवन में जारी इस बातचीत के दौरान प्राप्त हो रही सूचनाएं नकारात्मक इशारा कर रही हैं। दरअसल, बैठक के दौरान प्राप्त हुई सूचना के अनुसार, सरकार अभी तक किसानों की कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर राजी होते नजर नहीं आ रहे हैं। इसी बीच खबर मिली है कि किसानों ने बैठक में शामिल होने वाले केन्द्रीय मंत्रियों के साथ भोजन करने से मना कर दिया है।

बैठक के दौरान किसानों ने मंत्रियों को बताई मर्जी

मिली जानकारी के अनुसार, बैठक में शामिल होने के लिए किसान नेता और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री पीयूष गोयल और  केंद्रीय उद्योग व वाणिज्य राज्यमंत्री सोम प्रकाश दोपहर दो बजे तक विज्ञान भवन पहुंच गए। हालांकि, यह बैठक ढाई बजे शुरू हो पाई। 40 किसान संगठनों के नेताओं और केन्द्रीय मंत्रियों ने आधा घंटा मौन रहकर उन किसानों को श्रद्धांजलि दी, जिनकी मौत किसान आंदोलन के दौरान हुई है।

इसके बाद किसानों और केन्द्रीय मंत्रियों के बीच एमएसपी को लेकर चर्चा हो रही है। एमएसपी को लेकर भी चर्चा हुई, एमएसपी पर गारंटी किसानों की अहम मांग में से एक है।

दोपहर करीब पौने चार बजे जब लंच ब्रेक के लिए कुछ देर के लिए रुकी तो किसानों ने केंद्रीय मंत्रियों को साथ भोजन कराने से मना कर दिया। सूत्रों के मुताबिक आज किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने केंद्रीय मंत्रियों से कहा की आज हम आपके साथ खाना नही खाएंगे। आप अपना खाना खाइए और हम अपना खाना खाएंगे। 

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बैठक के पहले ही दौरे में किसान संगठनों ने कहा कि आप हमें ये बताएं कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेंगे या नहीं। इस पर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हम तीन कानूनो में संशोधन के लिए तैयार हैं। इसी बहस के बीच लंच ब्रेक लिया गया।