महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में विधानसभा में विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने आज (24 दिसंबर, सोमवार) अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) पर जम कर हमला बोला. कल बालासाहेब ठाकरे की 96 वीं जयंती पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने शिवसैनिकों से संवाद करते हुए कहा था कि शिवसेना ने सत्ता के लिए हिंदुत्व नहीं अपनाया. हिंदुत्व के लिए सत्ता पाई. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि बाबरी मस्जिद जब गिरी तब शिवसेना की लोकप्रियता देश में इस हद तक पहुंच गई थी कि तब अगर उनकी पार्टी गठबंधन धर्म नहीं निभाती तो देश में आज शिवसेना का प्रधानमंत्री होता. इसके जवाब में फडणवीस (BJP vs Shivsena in Maharashtra) ने कहा कि, जब शिवसेना का जन्म भी नहीं हुआ था तब से बीजेपी हिंदुत्ववादी थी. शिवसेना से पहले मुंबई में बीजेपी का कॉरपोरेटर चुन कर आ चुका था. राम मंदिर आंदोलन के वक्त आप कहां थे. लाठियां तो हमने खाई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल से उत्तर प्रदेश में भव्य राम मंदिर बन रहा है.’
आगे देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘अगर बाबरी मस्जिद गिरने के बाद शिवसेना की लोकप्रियता इतनी ही बढ़ गई थी तो इसके ठीक बाद 1993 के चुनाव में शिवसेना ने यूपी में 180 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और 179 की जमानत जब्त हो गई. इसके बाद आगे के सभी चुनावों में जमानत जब्त होने की यह परंपरा कायम रही.’
‘आप औरंगाबाद को संभाजीनगर नहीं कर पाए, हमने इलाहाबाद को प्रयागराज किया’
देवेंद्र फडणवीस ने हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना पर जोरदार हमले करते हुए कहा,’ शिवसेना के मुंह से हिंदुत्व का नाम नहीं शोभता है. 20 सालों से शिवसेना औरंगाबाद का नामकरण संभाजी नगर नहीं कर पाई. उस्मानाबाद का नाम नहीं बदल पाई. बीजेपी ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर दिया. आप जब अपने मुंह से हिंदुत्व का नाम लेते हैं तो उसमें लाचारी दिखाई देती है.’
‘बाला साहेब ने शिवसेना को बीजेपी के साथ गठबंधन में सड़ाया? आप यह कह रहे हैं? ‘
उद्धव ठाकरे ने अपने कल के संबोधन में कहा था कि उनकी पार्टी बीजेपी के साथ 25 साल के गठबंधन में सड़ती रही. इसका जवाब देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘ बीजेपी के साथ 25 साल तक गठबंधन बालासाहेब ठाकरे ने कायम रखा था. तो क्या आप उनके फैसले को सड़ा हुआ बता रहे हैं? आप उनके फैसले पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं. सत्ता की यह कैसी लाचारी है? ‘
‘370 हटते वक्त भी आपका दोगला चरित्र सामने आया, लाचारी ने कांग्रेस की गोद में बिठाया’
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘ स्वार्थ के लिए सिद्धांतों से समझौता हमने नहीं आपने किया है. 370 हटाए जाते वक्त भी आपका दोगला चरित्र सामने आया. बीजेपी बालासाहेब ठाकरे का को आदरांजलि देने में पीछे नहीं हटती. लेकिन सोनिया जी, राहुल जी या किसी बड़े कांग्रेसी नेता का बालासाहेब की जयंती पर एक ट्वीट दिखाएं. जिन्हें बालासाहेब का अभिवादन करने में संकोच महसूस होता है, शिवसेना आज उसी कांग्रेस की गोद में जा बैठी है. सत्ता की ऐसी लाचारी हमने और कहीं नहीं देखी है.’
‘बीजेपी के साथ थी तो शिवसेना पहले दो नंबर की पार्टी थी, अब चौथे नंबर पर चली गई’
हाल ही में हुए नगरपंचायतों के चुनावों के परिणामों का जिक्र करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘क्या थी और क्या हो गई है अभी? शिवसेना जब बीजेपी के साथ थी तो राज्य में पहले या दूसरे नंबर की पार्टी हुआ करती थी. अब चौथे नंबर पर आ गई है.जिस प्रकार का भाषण मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिया है उससे लगता है कि कहीं न कहीं वह आहत हैं अपनी पार्टी के चौथे नंबर पर जाने से और उसका गुस्सा भाजपा पर निकाल रहे हैं। होना तो यह चाहिए था कि वह राज्य के सवालों और दिक़्क़तों पर बोलते. कहते कैसे जिस प्रकार से करप्शन और वसूली चल रही है. जिस तरह से लूट शुरू है, ये सारी बातें सामने आती. उसे डाइवर्ट करने के लिए मुख्यमंत्री जी ने इधर-उधर की बातें की हैं. आप बोलते रहिए हम कर के दिखाते रहेंगे.’
संजय राउत के ईडी, सीबीआई वाले सवाल का जवाब- चोरो की तो देना होगा हिसाब
सीएम उद्धव ठाकरे ने अपने भाषण में गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा था कि बीजेपी साथ होकर चलने की बात करती है, लेकिन पीछे से ईडी और सीबीआई को लगा देती है. आज संजय राउत ने भी कहा, ‘जिस तरह फिल्मों में यह संवाद कहते हैं ना कि पहले वर्दी उतारो फिर मैदान में आओ तो पता लगेगा कि किसमें कितना है दम. उसी तरह हम भी कहते हैं कि पहले ईडी, सीबीआई को हटा कर हमसे भिड़ो फिर अगर धूल में नहीं मिला दिया तो शिवसेना का नाम बदल देना. शिवसेना प्रमुख ने साफ संदेश दे दिया है. अब शिवसेना हर राज्य में चुनाव लड़ेगी. हार के डर से नहीं बैठेंगे, हम आज नहीं तो कल जरूर टक्कर देंगे. ‘
इसके जवाब में देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘संजय राउत ने मेरा इतना ही कहना है कि कोई अच्छा सा दूसरा नाम सोच कर रखिए. नाम बदलने की तैयारी रखिए. जहां तक ईडी और सीबीआई की बात है तो चोरी करोगे तो ईडी और सीबीआई पीछे लगेगी ही. ये एजेंसियां तभी पीछे लगती हैं जब कोई चोरी करता है. चोरी नहीं करने वालों को इनका डर क्यों होगा?’
‘नाना पटोले सिरफिरे और बड़बोले, जाकर डॉक्टर से इलाज करवाएं’
इस बीच कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले के पीएम मोदी पर दिए गए नए बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति को फिर सुलगा दिया है. नाना पटोले ने कहा कि जिनकी पत्नी छोड़ कर चली जाती है, उनका नाम मोदी ठहराया जाता है. इस पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘ नाना पटोले के दिमाग पर असर हुआ है. नागपुर और भंडारा-गोंदिया का चुनाव हारने के बाद वे बहकी-बहकी बातें कर रहे हैं. वे युवा नेता हैं, मैं उनको सलाह दूंगा कि वे किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज करवाएं.’