लखनऊ के केजीएमयू में हुआ कोरोना विस्फोट, प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला

केजीएमयू के 100 डॉक्टर और कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद सीएमएस एसएन संखवार ने फैसला लिया है कि 12 अप्रैल से केजीएमयू की ओपीडी बंद की जाएगी। बेहद जरूरी विभाग की ओपीडी ही शुरू रहेगी। इस बीच केजीएमयू की इमरजेंसी सेवाएं चलती रहेंगी।

वहीं पिछले एक सप्ताह में बीएचयू के 26 डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 17 डॉक्टर अस्पताल में ही भर्ती हैं। संक्रमित डॉक्टरों में से तीन की हालत गंभीर है, इन्हें वेंटिलेट पर रखा गया है। वहीं 9 डॉक्टर होम आइसोलेशन में हैं। इससे पहले बीएचयू के केजीएमयू में 40 डॉक्टरों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इसमें सर्जरी विभाग के 20 और यूरोलॉजी विभाग के 9 डॉक्टर संक्रमित पाए गए थे।

दोनों डोज लेने के बाद भी संक्रमित

केजीएमयू के सभी डॉक्टरों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई हैं। इसके बाद ये संक्रमतित पाए गए हैं। इससे पहले सोमवार को लखनऊ विश्विद्यालय के एक शिक्षक और पुलिस लाइन के चीफ फार्मासिस्ट आरके चौधरी की कोरोना के चलते मौत हो गई थी। कई अस्पतालों के डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं।

रिकॉर्ड मामले आए सामने

वहीं पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश में कोरोनो ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यूपी में शुक्रवार को महामारी की शुरुआत से अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा सामने आया है। प्रदेश में शुक्रवार को रिकॉर्ड 9695 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में पिछले 24 घंटों में 37 लोगों की मौत हुई। वहीं गुरुवार को राज्य में 8490 मामले दर्ज किए गए थे। शुक्रवार को सबसे ज्यादा मामले 2934 राजधानी लखनऊ में सामने आए।

यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर से लड़की भगाने आया था आशिक, शादी से पहले खुल गई लव जिहादी की पोल

शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होने के बाद 583 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। अब तक कुल 6,06, 646 मरीज स्वास्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। राज्य में टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 1,97,479 सैंपलों की जांच की गई है। अब तक प्रदेश में कुल 3,63,44,993 सैंपलों की जांच की जा चुकी है। राज्य में अभी कुल 48,306 एक्टिव केस हैं। इसमें से 22,904 मरीज होम आइसोलेशन में हैं।