छेड़छाड़ जैसी वारदातों पर रोकथाम करने के लिए बनाई गईउत्तर प्रदेश की योगी सरकार का एंटी रोमियो स्क्वॉड एक बार फिर वापसी करने की तैयारी कर रहा है। अब योगी सरकार का यह स्क्वॉड एक नए रूप और नए जोश में नजर आएगा। दरअसल, लखनऊ पुलिस ने एंटी रोमियो स्क्वॉड का पुर्नोत्थान किया है, जो अब आक्रामक तरीके से छेड़छाड़ करने वालों और बार-बार अपराध दोहराने वाले अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एंटी रोमियो स्क्वॉड को लेकर मिली ये जानकारी
इस बात की जानकारी देते हुए लखनऊ की इंस्पेक्टर जनरल लक्ष्मी सिंह ने बताया कि अगले कुछ महीनों में इस गहन अभियान का परिणाम नजर आएगा, जो छेड़छाड़, टिप्पणी करने वालों और इस तरह के अन्य अपराधों को प्रकट करेगा। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष एक प्रेजेंटेशन दिया और उनके एनओडी देने के बाद री-मॉडल्ड यूनिट को चालू किया गया।
पूरे राज्य में एक ही मॉडल लागू किया गया था और सभी एंटी-रोमियो यूनिट को नियमों का पालन करने के लिए निर्देशित किया गया था। सबसे पहले पीछा करने वालों और भद्दे कमेंट करने वालों को सार्वजनिक रूप से प्रचारित किया जाएगा। जब वे सुधरने से इनकार करते हैं, तो उन्हें गुंडा अधिनियम के तहत पकड़ा जाएगा।
लखनऊ और उसके आसपास सक्रिय एंटी-रोमियो स्क्वॉड ने पहले ही पिछले महीने में आपत्तिजनक कृत्यों में लिप्त 30,000 से अधिक युवाओं को लिखित चेतावनी दी है और अपराध दोहराने वाले 2,491 अपराधियों पर मामला दर्ज किया है, जिनमें से कई पर गुंडा अधिनियम लागू किए गए हैं।
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स्क्वॉड ने राज्य भर में 10 लाख क्षेत्रों में गश्त और जांच की, इस दौरान 16,299 युवाओं पर शांति भंग करने का जुर्माना लगाया, अश्लीलता के लिए 1,000 और पिछले एक महीने में गुंडा अधिनियम के तहत 1,491 मामले दर्ज किए गए। कुछ जिलों में गुंडा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किए गए लोगों को गांवों से निर्वासित कर दिया गया है।