बांग्लादेशी आकर बढ़ा रहे जनसंख्या तो क्या बिरयानी खाकर सो रही BSF? ओवैसी का RSS के बयान पर पलटवार

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर जनसंख्या को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आरएसए कहती है जनसंख्या बढ़ रही है। कहां से बढ़ रही है? कहते हैं कि बांग्लादेश से आ रही है तो बीएसएफ बिरयानी खाकर सो रही है? बॉर्डर पर बीएसएफ क्या कर रही है फिर कहते हैं धर्म परिवर्तन हो रहा है। कहां धर्म परिवर्तन हो रहा है? आपको इतना डर क्यों है। बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था भारत से अच्छी है। वहां की जीडीपी अच्छी है। भारत से ज्यादा रोजगार बांग्लादेश में है, फिर वहां से कोई यहां कोई क्यों आएगा? ओवैसी का यह पलवार होसबोले के बयान पर आया है। दो दिन पहले ही संघ नेता दत्तात्रेय होसबोले ने कहा था कि ‘देश में हिंदुओं की संख्या घट रही है, जनसंख्या में संतुलन गड़बड़ा रहा है.’ होसबोले ने इसके लिए बांग्लादेशी घुसपैठ और धर्मांतरण को जिम्मेदार ठहराया था।

तेलंगाना के विकराबाद में एक कार्यक्रम में बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि मन की बात से पेट नहीं भरता, मित्रों बोलने से पेट नहीं भरता है। मुल्क में सबसे बड़ा रोजगार मंहगाई और रोजगार का है। हमारे बच्चे यहां सबसे ज्यादा बच्चे 5 साल की उम्र तक मर जाते हैं, लेकिन उस पर बात नहीं बस हिंदू-मुस्लिम, कोई और काम ही नहीं है। निजाम और मुसलमान बस वही बात। मैं भारत का मुसलमान हूं, हम भारत के मुसलमान हैं। हमारा ताल्लुक मौलवी अलाउद्दीन से है। इमाम से है।

‘हक से रहेंगे, मुल्क हमारा भी’

ओवैसी ने कहा कि आरएसएस कहती है कि बांग्लादेश से मुसलमान आ रहे हैं बच्चे पैदा कर रहे हैं और जनसंख्या बढ़ रही है। 50 साल से वही कैसेट बजा रहे हैं। भारत के मुसलमानों को अपने हौसले बुलंद रखना है। डर और खौफ में नहीं जीना हैं। हक से रहेंगे। हमें मस्जिदों को आबाद रखना है। यह ख्वाजा अजमेरी का मुल्क है हम हक से यहां रहेंगे।

सावरकर पर निशाना

सावरकर पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि हमने इस देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद करवाया। नेहरू, गांधी और सुभाष चंद्र बोस के साथ मिलकर लड़े लेकिन आपके सावरकर ने तो जेल से अंग्रेजो को 6-6 लव लेटर लिखे, माफी मांगी।

‘हमारे बुर्के, हिजाब और दाढ़ी से तकलीफ’

AIMIM चीफ ने कहा कि हमें अपनी मां और बहनों से कहना है कि आप बेखौफ हिजाब और बुर्का पहनिए, नकाब पहनिए, चादर ओढ़िए लेकिन जालिम के जुल्म से अपने दीन को नहीं छोड़ना है। शहजादी जन्नत ने कहा था कि चेहरा तो दूर की बात है मेरा जनाजा रात में निकालना ताकि कई मर्द मेरा जनाजा भी न देखे, इसे याद रखें। कोई डराएगा दाढ़ी नहीं रख सकते, टोपी नहीं पहन सकते, कोई थप्पड़ मारेगा, कोई चादर खींचेगा कोई दाढ़ी काटेगा तो हमें डरना नहीं हैं। घबराने की जरूरत नहीं है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम अल्लाह की रस्सी को कस के पकड़कर रखें।

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‘सीएम रहते हजारों का हुआ कत्लेआम’

बिलकिस बानों की इज्जत लूटी गई। तीन साल की बेटी को मार डाला गया। बिलकिसबानों को इंसाफ नहीं मिला। बीजेपी के लोग अगर इंसाफ नहीं करेगा तो कोई बात नहीं, अल्लाह इंसाफ करेगा। हुकूमत नहीं तो अल्लाह इंसाफ करेगा। अल्लाह के सामने हुकूमत कोई मायने नहीं रखती है। जुल्म ज्यादा दिन नहीं चलता है। ओवैसी ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि गुजरात के सीएम थे तो हजारों की तादाज में हजारों का कत्लेआम हुआ।

ओवैसी ने कहा कि देश में मुसलमानों को इज्जत नहीं दी जा रही। मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा है। ऐसा लग रहा है मुसलमान खुली जेल में जीवन बिता रहा है। उन्हें खुलेआम सांस लेने की इजाजत भी नहीं है।