जम्मू-कश्मीर में जमकर दहाड़े अमित शाह, बुलेटप्रूफ कांच हटवा कर आतंकियों को दी खुली चुनौती

जम्मू-कश्मीर के अपने तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन सोमवार को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कश्मीर के लोगों को विश्वास दिलाया कि अब कोई भी ताकत यहां की शांति और विकास को रोक नहीं सकता। जम्मू-कश्मीर की शांति को भंग करने वालों को अब बक्शा नहीं जायेगा।

अमित शाह ने कहा- आप लोग अपने दिन से निकाल दें डर

कश्मीरी फेरन पहने गृहमंत्री अमित शाह जब मंच पर बोलने के लिए आए तो उन्होंने वहां लगी बुलेटप्रूफ कांच को हटवा दिया। बुलेटप्रूफ कांच हटाए जाने के बाद गृहमंत्री शाह ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों से सीधे और खुलकर बात करना चाहते हैं यही वजह है कि यहां कोई बुलेटप्रूफ शील्ड या सुरक्षा नहीं है। उन्होंने कहा कि डॉ फारूक साहब ने उन्हें पाकिस्तान से बात करने का सुझाव दिया है लेकिन मैं कश्मीर के युवाओं व यहां के लोगों से बात करूंगा, कश्मीर के लोग मेरे अपने हैं, मुझे उनकी बात सुननी है।

उन्होंने पूरे दावे के साथ कहा कि अब आप लोग अपने दिल से डर को निकाल दें। कश्मीर की शांति और विकास को अब कोई नहीं बिगाड़ सकेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में विकास तेजी से बढ़ेगा और इस प्रक्रिया में किसी को भी खलल डालने नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मैं कश्मीर के युवाओं से कहना और पूछना चाहता हूं कि जिन्होंने आपके हाथों में पत्थर व हथियार पकड़ाए थे उन्होंने आपका क्या भला किया? उन्होंने अपने स्वार्थ के लिए कश्मीर के युवाओं का इस्तेमाल कर उनका भविष्य बर्बाद किया, यहां की शांति और प्रगति को नुकसान पहुंचाया परन्तु आज नया कश्मीर आपके सामने है जो आपके सहयोग और उज्जवल भविष्य का इंतजतार कर रहा है।

अमित शाह ने कहा कि आज तीस हजार लोग लोकतांत्रिक तरीके से कश्मीर के लोगों के प्रतिनिधि के रूप में चुने गए हैं। मैं कश्मीर के युवाओं से लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में शामिल होने और हर स्तर पर जनप्रतिनिधि बनने का आह्वान करता हूं। गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि जम्मू और कश्मीर में 20,000 से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी दी गई है और आज 6,000 और लोगों को नौकरी मिलने वाली है। ये सभी नौकरियां पारदर्शी तरीके से दी गई हैं। योग्यता वाले लोगों को बिना भाई-भतीजावाद के काम पर रखा गया है।

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इससे पहले सुबह अमित शाह ने जिला गांदरबल में मां खीर भवानी मंदिर में पारंपरिक कश्मीरी फेरन पहने पूजा-अर्चना की थी। उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद थे। इसके बाद वह कश्मीर में पार्टी नेताओं के साथ मुलकात करने के बाद दिल्ली रवाना हो जायेंगे। अमित शाह ने रविवार को जम्मू में एक बड़ी रैली को सम्बोधित करने के साथ ही कई केन्द्रीय योजनाओं का उद्घाटन किया था। वह शनिवार को श्रीनगर पहुंचे थे।