अखिलेश यादव ने योगी और मोदी सरकार को बताया जनविरोधी, लगाए कई गंभीर आरोप

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर सूबे की सत्तारूढ़ योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। दरअसल अखिलेश यादव ने बुधवार को अपने एक बयान में बीजेपी सरकार के चत्रित्र को जनविरोधी करार दिया है। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं और चुनौतियों के समाधान में उसकी कोई रुचि नहीं है।

अखिलेश यादव ने कहा- बीजेपी ने तोड़ा जनता का भरोसा

अखिलेश यादव ने कहा कि राजनैतिक षडयंत्रों से संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने में ही बीजेपी दिन-रात लगी रहती है। महंगाई, बेरोजगारी, किसान समस्या, महिला उत्पीड़न, अपराध से जनता त्रस्त है।

उन्होंने कहा कि बीजेपी की केन्द्र और राज्य सरकार ने जनता का भरोसा तोड़ दिया है। सत्ता में आने के बाद से सिर्फ भ्रामक वायदों के सपनें दिखाये जा रहे हैं। किसानों की आय दुगना करने का झूठ फैलाने वाली बीजेपी सरकार में महंगाई और बेरोजगारी ने आमजन की कमर तोड़ दी। उत्तर प्रदेश सरकार तो हर मोर्चे पर फेल है। जनता की गाढ़ी कमाई को विज्ञापनों के माध्यम से बीजेपी अपनी छवि चमकाने में खर्च कर रही है।

अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास को बीजेपी ने अवरूद्ध कर दिया है। ध्वस्त कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के कारण जनता बेहाल है। मुख्यमंत्री जी सिर्फ घोषणाएं कर रहे हैं। जमीन पर उसका कोई अमल नहीं हो रहा है। सरकार की नीतियां बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने तक ही सिमट गयी है। गरीबों का कल्याण सरकार के एजेण्डें से बाहर है।

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सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रगति और समृद्धि के लिए सपा सरकार में जो परियोजनाएं शुरू हुई थी, बीजेपी उन पर कुण्डली मारे बैठी है। इतना ही नहीं कल्याणकारी नीतियों का बस्ता ही गायब कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के पिछड़ेपन की जवाबदेह मौजूदा सरकार है। जनता को दुखी करने वाली बीजेपी की विदाई करने के लिए लोगों ने कमर कस ली है। 2022 में यह बदलाव सौ फीसदी सुनिश्चित है। राज्य की जनता का पक्का भरोसा समाजवादी सरकार पर है जिससे उनके साथ न्याय होता है।