लोकसभा अध्यक्ष के ऐलान के बाद फूटा मोदी सरकार का गुस्सा, विपक्ष ने भी मढ़े आरोप

संसद में लगातार गतिरोध और विपक्षी हंगामें के कारण लोकसभा की कार्यवाही मानसून सत्र की तय अवधि से दो दिन पहले बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। सदन में विपक्षी सदस्यों के आचरण को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि राज्यसभा में एक सदस्य (प्रताप सिंह बाजवा) ने रूल बुक लेकर आसन की ओर फेंक दी और अधिकारियों की टेबल पर चढ़ गए। ये शर्मनाक नजारा है।

लोकसभा में चर्चा न भाग लेकर हंगामा कर रहा विपक्ष

लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने विपक्षी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो पार्टी दो वर्ष तक अपना अध्यक्ष न चुन पाए, जिस दल के सांसद अपनी ही सरकार के विधेयक को फाड़ दे और जो सदन न चलने दे, तो समझा जा सकता है कि वह लोकतंत्र को कितना शर्मसार करने का काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जनता ने जिन्हें अपने हित से जुड़े मुद्दे उठाने के लिए सांसद बनाकर भेजा है वो लोकसभा में चर्चा में भाग न लेकर फाइल फेंकने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गत मंगलवार को जो हुआ वो एक के बाद दूसरी शर्मसार करने वाली घटना थी।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा सदन में अधिकारियों की टेबल पर चढ़ गए और रूल बुक उठाकर आसन की ओर फेंक दी।

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उधर, सत्तापक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बार-बार आग्रह के बावजूद, सरकार ने सदन में पेगासस मुद्दे पर चर्चा नही कराई। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल का मकसद विपक्ष को छोटा दिखाना और सच को गुमराह करना है।