पानी की गुणवत्ता की आनलाइन कर सकेंगे शिकायत, जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए क्लोरीनीकरण प्रोटोकॉल का करना होगा पालन
लखनऊ। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार को जल जीवन मिशन के डैशबोर्ड पर ‘सिटीजन कॉर्नर’ का शुभारंभ किया। यह एक वन-स्टॉप समाधान है, जहां एक क्लिक पर गांव के जल की गुणवत्ता और अन्य सभी जलापूर्ति की जानकारी के बारे में वास्तविक समय में विवरण उपलब्ध कराने तथा पानी की गुणवत्ता का प्रबंधन करने और जलापूर्ति को सीधे नागरिकों के हाथों में पहुंचाने की क्षमता प्रदान करता है। अगर उन्हें इसका पता चलता है कि पानी की गुणवत्ता निर्धारित सीमा के भीतर नहीं है, तो वे अब आसानी से शिकायत दर्ज करा सकते हैं। दो दिवसीय जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन के राष्ट्रीय सम्मेलन में इसका शुभारंभ किया गया।
गोमती नगर स्थित एक होटल में नेशनल कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करते हुए पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय की सचिव विनी महाजन ने कहा कि जल जनित बीमारियों की वजह से होने वाली शिशु मृत्यु दर का आंकड़ा देश में फिलहाल 25 प्रतिशत है। पेयजल मिशन से जब हर घर में साफ पानी पहुंचेगा तो इस आंकड़े में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि राज्यों ने चुनौतियों से निपटते हुए लक्ष्य की तरफ तेजी से कदम बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य प्राप्त करना असल चुनौती नहीं है। इससे बड़ी चुनौती इस बात की है कि उसकी निरंतरता कैसे बनाए रखी जाएगी।
कैसे इस परियोजना को आम लोगों के सुपुर्द किया जाएगा और वे इसे हमेशा ही गति देते रहेंगे। उन्होंने कहा कि स्थायी जल प्रबंधन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हर मोर्चे पर हमें ठोस प्रयास करने की जरूरत है। हमें प्रतिबद्ध होना होगा कि हम सप्लाई किए जा रहे पानी की गुणवत्ता बनाए रखेंगे। जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए क्लोरीनीकरण प्रोटोकॉल का हमें पालन करना है। तभी हम लक्ष्य को पूरा कर सकेंगे।
विनी महाजन ने उत्तर प्रदेश के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यूपी को अपना प्लान सभी के साथ साझा करना चाहिए ताकि और लोग भी उसे अपनाएं। राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के निदेशक और एडिशनल सेक्रेटरी डा. चंद्रभूषण कुमार ने कहा कि साफ पानी की चुनौती को जल जीवन मिशन ने चुनौती दी है। नमामि गंगे और ग्रामीण जल आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि यह कॉन्फ्रेंस लोगों को अपनी बेस्ट प्रैक्टिस साझा करने का मंच बनेगी। इस मौके पर असम के स्पेशल चीफ सेक्रेटरी एस. अब्बासी, बिहार के ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव अरविंद कुमार चौधरी, जल निगम ग्रामीण के एमडी डा. बलकार सिंह भी मौजूद थे।