23 जून को पटना में विपक्षी एकजुटता की तस्वीर देखने को मिली थी, उसमें नीतीश कुमार की अगुवाई में 16विपक्षी दलों की बैठक आयोजित हुई थी. इसमें मुख्य तौर पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी थी. जिसमें समान विचारधारा वाली पार्टी को एक साथ चुनाव लड़ने पर सहमति बनी, लेकिन उसके तीन दिन बाद ही ममता बनर्जी से महाजुटान का खुमार उतरने लगा. ममता ने बंगाल पहुंचते ही कांग्रेस और सीपीएम को आड़े हाथ लेते हुए बीजेपी पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बीजेपी की बी टीम है. ममता ने कांग्रेस, सीपीएम और बीजेपी को महा-घोंट बताते हुए लोगों से इनके पक्ष में वोट नहीं करने की अपील की. दीदी ने कहा कि बीजेपी प्रचार करने वालों की पार्टी है. उसका समर्थन कभी नहीं करें. साथ ही कांग्रेस और वाम दलों से भी दूरी बनाकर रहें.
पंचायत चुनाव का प्रचार करने कूचबिहार पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हम केंद्र में बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं. पर यहां वे (कांग्रेस- सीपीएम) मेरे बारे में धरना प्रदर्शन और अपशब्द बोल रहे हैं. मैं इनकी दोहरी मानसिकता को तोड़ कर रहूंगी. दिल्ली से बंगाल में अब महा जोत होगा.
कांग्रेस- वामदल और बीजेपी को वोट नहीं करें- ममता
ममता ने कांग्रेस को बंगाल में बीजेपी की टीम बताया. प्रचार करते हुए ममता ने लोगों से बीजेपी को वोट नहीं करने की अपील की. साथ ही कहा कि वामदल को वापस मत लाओ .. कांग्रेस तो बीजेपी की टीम है. अगर वह यहां आ गई तो बंगाल के लिए जटिलताएं पैदा करेंगी.
ममता के बयान पर बीजेपी का पलटवार
बता दें कि बंगाल में 7 जुलाई को पंचायत चुनाव है और 13 जुलाई को वोटों की गिनती होनी है. इससे पहले सभी दलों के नेता प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं. वहीं, इस बार बंगाल पंचायत चुनाव में कांग्रेस और वामदल गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में है, जबकि मुख्य विपक्षी दल के तौर पर बीजेपी भी टीएमसी को कांटे की टक्कर दे रही है. वहीं, ममता बनर्जी के कांग्रेस को बीजेपी की बी टीम वाले बयान पर बीजेपी के प्रदेश प्रमुख सुकांता मजूमदार ने पलटवार किया है. मजूमदार ने कहा कि पटना में विपक्षी दलों की बैठक में कौन शामिल हुआ था. वाम दल के नेता सीताराम येचुरी से आपकी क्या बात हो रही थी. कैमरा कभी झूठ नहीं बोलता है.