जम्मू. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने धर्मांतरण के मुद्दे पर कहा कि लोग अपनी इच्छा से धर्मांतरित हो रहे हैं, न कि तलवारों के दम पर. उन्होंने कहा ‘अगर कोई लोगों का धर्म परिवर्तन कर रहा है तो वह तलवार के दम पर नहीं हो रहा है. लोगों के अच्छे काम और उनका चरित्र दूसरों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रभावित करता है. जब आप रोल मॉडल बन जाते हैं तो कोई आपसे शादी करेगा या अपनी बेटी देगा… लोग प्रभावित होकर धर्म परिवर्तन करते हैं क्योंकि वे देखते हैं कि यह विशेष धर्म मानवता की सेवा कर रहा है, सभी को साथ लेकर चल रहा है और भेदभाव नहीं कर रहा है, एक बेटा अपने पिता के साथ अच्छा व्यवहार कर रहा है और पड़ोसी से भी अच्छा व्यवहार किया जा रहा है. ‘

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में क्रिसमस समारोह में शामिल हुए और लोगों से कहा कि वे बांटने वाली राजनीति के झांसे में न आएं. उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘सरपंच, जिला और ब्लॉक विकास परिषदों, संसद सदस्य या विधानसभा सदस्य का चुनाव जीतने के लिए हम लोगों को कब तक विभाजित करेंगे.’ आजाद ने कहा, ‘आप अपने अच्छे काम, मानव सेवा और राजनीति के दम पर जो चाहें हासिल कर सकते हैं. लोगों को बांटने और नफरत फैलाने से हमारे देश, धर्म और समाज को ही नुकसान होगा.’
उन्होंने बाद में, पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह ईसाई समुदाय को बधाई देने और शांति, भाईचारे के लिए तथा कोविड-19 महामारी के खात्मे के लिए प्रार्थना करने के वास्ते क्रिसमस समारोह में शामिल हुए. आजाद ने कहा कि प्यार से कुछ भी हासिल किया जा सकता है न कि नफरत, दमन या डर पैदा करने से.
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इस बीच, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक देवेंद्र सिंह राणा भी यहां एक गिरजाघर में क्रिसमस समारोह में शामिल हुए और समुदाय को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने भी इस अवसर पर शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की.
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