योगी सरकार ने टैबलेट और स्मार्टफोन को लेकर फैलाई जा रही अफवाह का खंडन किया

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा युवाओं को बांटे गए टैबलेट और स्मार्टफोन की निजता को लेकर उठ रहे सवालों को राज्य सरकार ने सिरे से खारिज किया है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को यहां कहा कि विपक्षी दलों की ओर से टैबलेट और स्मार्टफोन को लेकर युवाओं के बीच कई तरह की भ्रातियां फैलाई जा रही है।

इन सभी भ्रातियों का खंडन करते हुए सरकार के प्रवक्ता ने पूरी तरह से स्पष्ट किया है कि ये टैबलेट और स्मार्टफोन पूरी तौर पर सुरक्षित हैं। युवाओं के पर्सनल डाटा इन डिवाइस में पूरी तौर पर सुरक्षित रहेंगे।

राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि कॉलिंग और वेब ब्राउजिंग इतिहास, ईमेल और टेक्स्ट संदेश, संपर्क, पासवर्ड, तस्वीरें, फाइले, फोन नंबर और व्यक्तिगत प्रोफाइल में ऐप्स और डेटा से जुड़ी कोई भी जानकारी टैबलेट व स्मार्टफोन में पूरी तौर पर सुरक्षित रहेगी। डिजी शक्ति पोर्टल पर स्मार्टफोन और टैबलेट के सुरक्षा से जुड़े सवालों का जवाब उपलब्ध है।

प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि सरकार निजी डेटा को मॉनीटर नहीं कर सकती है। छात्रों के साथ शैक्षिक सामग्री साझा करने के लिए एमडीएम का उपयोग केवल फ्लैश के जरिए कर रहे हैं। छात्र लिंक पर क्लिक कर अध्ययन सामग्री का उपयोग कर सकते हैं। एंड्रायड एंटरप्राइज-ग्रेड सुरक्षा सुविधाएं लीक और फिशिंग को रोकने में मदद करने के लिए एक साथ काम करती हैं।

डिजी शक्ति अध्ययन ऐप पूरी तौर पर सुरक्षित, छात्रों को मिलेगी सहूलियत

सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने डिजी शक्ति पोर्टल और डिजी शक्ति अध्ययन ऐप को भी लांच किया था। सभी स्मार्टफोन और टैबलेट में डिजी शक्ति अध्ययन ऐप इंस्टाल है। इस ऐप के जरिए से संबंधित यूनिवर्सिटी या डिपार्टमेंट छात्रों को पढ़ाई के लिए कंटेंट दिया जाएगा। इसके साथ ही शासन की ओर से बूट लोगो और वाल पेपर के माध्यम से रोजगार परक योजनाओं आदि की भी जानकारी मिलेगी।

उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से नामी आईटी कंपनी इंफोसिस से अनुबंध किया जा रहा है। इससे इंफोसिस के शिक्षा और रोजगार से जुड़े 39 सौ प्रोग्राम निःशुल्क युवाओं को उपलब्ध होंगे।

पिछली सरकार ने उत्तराखंड को दोनों हाथों से लूटा : प्रधानमंत्री मोदी

आईटी एंड इलेक्ट्रानिक्स विभाग के विशेष सचिव कुमार विनीत ने बताया कि दरअसल, यह योजना सिर्फ निःशुल्क स्मार्टफोन और टैबलेट वितरण की नहीं है। यह योजना का आरंभ है। स्मार्टफोन और टैबलेट के जरिए युवाओं को पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं और रोजगार के लिए बेहतरीन कंटेंट उपलब्ध कराया जाएगा, जिसके माध्यम से वे स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बन सकेंगे।