योगी सरकार ने कोरोना मरीजों के लिए उठाए कई बड़े कदम, जारी किये दिशा निर्देश

कोरोना संक्रमित हर मरीज को उत्तर प्रदेश सरकार बेहतर इलाज की सुविधा देने के लक्ष्‍य पर लगातार काम कर रही है। हर कोविड मरीज को उसकी जरूरत के मुताबिक अस्‍पताल, बेड और दवाइयां उपलब्‍ध कराई जा रही हैं।

मरीजों की संख्‍या में कमी के बावजूद योगी सरकार लगातार बढ़ा रही अस्‍पतालों में आक्‍सीजन वाले बेड

कोविड मरीजों के लिए यूपी के अस्पतालों में बेड बढ़ोतरी का काम मिशन मोड में जारी है। गम्भीर मरीजों को जरूरत के समय तत्काल बेड मिल सके, इसके लिए सरकार का फोकस एल-2 और एल-3 अस्पतालों पर है। मरीजों की संख्या कम होने के ट्रेंड के बाद भी बेड की संख्या बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे है, जिसके तहत, एल-02 व एल-03 श्रेणी के अस्पतालों को एक लाख बेड की क्षमता से लैस करने को लेकर तैयारी चल रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेड आवंटन में पारदर्शिता रखने के साथ ही प्रति दिन सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को खाली बेड की स्थिति सार्वजनिक करने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद मरीजों को खासी सहूलियत मिली है। वर्तमान स्थिति को देखें तो प्रदेश में एल-2 श्रेणी के 189 सरकारी हॉस्पिटल और 150 सीएचसी हैं,  जबकि एल-3 श्रेणी के 20 अस्पताल क्रियाशील हैं।

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17760 बेड आईसीयू अथवा एचडीयू सुविधा से लैस

इसके अलावा 465 निजी अस्पताल कोविड डेडिकेटेड बनाये गए हैं। इन 824 अस्पतालों में केवल आइसोलेशन बेड्स की संख्या ही 60,934 हैं जबकि 17760 बेड आईसीयू अथवा एचडीयू सुविधा वाले हैं। सरकार की कार्ययोजना बेड की इस क्षमता को दोगुनी करने की है, इसके तहत, अब एल-1 श्रेणी के अस्पतालों में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सुविधा देते हुए इन्हें एल-2 में उच्चीकृत करने की है।

प्रदेश में एल-2 श्रेणी के 189 सरकारी हॉस्पिटल और 150 सीएचसी

बता दें कि एल-1 श्रेणी में 01 लाख 16 हजार बेड हैं और इनकी संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। ऑक्सीजन की हर दिन बेहतर होती आपूर्ति के चलते यह कार्य अगले सात से 10 दिनों में पूरा होने के आसार हैं। सचिव स्तर के एक अधिकारी को केवल बेड बढ़ोतरी के काम पर ही तैनात किया गया है