तेजस्वी-ममता की मुलाकात को लेकर विजयवर्गीय ने कसा तंज, पेश किया बड़ा दावा

पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीते सोमवार को सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव के बीच हुई मुलाक़ात ने राजनीतिक गलियारों के माहौल में गर्मी पैदा कर दी है। दरअसल, इस मुलाक़ात को लेकर बंगाल इकाई के प्रभारी और बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि तेजस्वी यादव की नजदीकियों का बंगाल चुनाव पर पड़ने वाले प्रभाव को भाजपा ने खारिज कर दिया है। 

विजयवर्गीय ने पत्रकारों के सवाल पर दिया जवाब

मंगलवार को पार्टी के बंगाल इकाई के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि बंगाल विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव का कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। विजयवर्गीय एक दिन पहले राज्य सचिवालय नवान्न में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तेजस्वी की मुलाकात के परिप्रेक्ष्य में अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।

विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में विश्वास की वजह से भाजपा को वोट करेंगे। 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले ममता बनर्जी ने कोलकाता में एक मंच पर सभी दलों के नेताओं को बुलाकर खुद को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया। इसके बावजूद बंगाल की जनता ने उन्हें वोट नहीं दिया।

विजयवर्गीय ने कहा कि तेजस्वी यादव या कोई भी बंगाल चुनाव पर असर नहीं डाल सकेगा। पश्चिम बंगाल के लोगों को नरेंद्र मोदी पर भरोसा है, इसी वजह से राज्य के लोग भाजपा सरकार बनाने के लिए उत्साहित हैं।

माकपा के इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएस) के साथ गठबंधन पर कांग्रेस नेताओं की असहमति के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि मैं कांग्रेस के बारे में टिप्पणी नहीं करना चाहता। यह उनकी अपनी लड़ाई है। जब स्वार्थी जरूरतों के लिए लड़ाई होती है, तब आपसी रिश्ते काफी कमजोर होते हैं। उन्होंने कहा कि लालच पर आधारित गठबंधन लंबे समय तक नहीं चलता है। यह चिंताजनक है कि कांग्रेस, सीपीएम और तृणमूल तुष्टीकरण की राजनीति के लिए किसी भी हद तक जा रहे हैं।

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पश्चिम बंगाल में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक विजयवर्गीय ने 07 मार्च को कोलकाता में होने वाली प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा को लेकर कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ के संदेश के साथ मोदी की रैली पश्चिम बंगाल के इतिहास की सबसे बड़ी रैली होगी।