हाथरस में सात कांवड़ियों को बेकाबू ट्रक ने रौंदा, छह की हुई मौत

कांवड़ लेकर हरिद्वार से वापस लौट रहे सात कावड़ियों को शनिवार सुबह तकरीबन 2.15 बजे एक ट्रक ने रौंद दिया। छह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि कई जख्मी हैं। उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया है। पुलिस का कहना है कि हादसे को अंजाम देने वाले ट्रक ड्राईवर का पता चल गया है। जल्दी ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा। ये सभी लोग मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले हैं।

आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्णा का कहना है कि पुलिस को ट्रक ड्राइवर का सुराग मिल गया है। उसे अरेस्ट करने के लिए टीम रेड कर रही है। अभी वो फरार है। उनका कहना है कि हादसा ट्रक ड्राईवर की गलती से हुआ है। कावड़िये सड़क किनारे थे। ट्रक ने बेकाबू होकर उन्हें रौंद गया। ऐसा लगता है कि ड्राईवर नशे में रहा होगा। तभी वो सड़क किनारे मौजूद कांवड़ियों को नहीं देख पाया।

हादसा आगरा-अलीगढ़ हाइवे पर हुआ। तेज रफ्तार में जा रहे एक ट्रक ने कांवड़ यात्रा से वापस आ रहे कांवड़ियों को टक्कर मार दी। ट्रक की चपेट में आने से कुल सात कांवड़ियों की मौत हुई है। एक कांवडिये ने बताया कि हम ढाबे पर खाना खा रहे थे। तभी एक ट्रक चालक ने उन्हें रौंद दिया। दुर्घटना में आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। यह सभी लोग ग्वालियर जा रहे थे।

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ध्यान रहे कि सावन के महीने में कांवड़ यात्राएं चलती हैं। हरिद्वार से कांवड़िये गंगा नदी का पवित्र गंगाजल अपने-अपने स्थानों के शिवालयों पर जाते हैं। सावन के महीने में शिवभक्त पैदल ही भगवान भोले की नगरी तक का सफर तय करते हैं। यात्रा के दौरान कावड़िये छोटे छोटे समूहों में चलते हैं। मुख्यमंत्री ने कांवड़ियों की देखभाल करने के आदेश पुलिस प्रशासन को दे रखे हैं। प्रशासन थके कावड़ियों के लिए जगह-जगह पर उनके रुकने का इंतजाम करता है तो कई शिव भक्त अपने संसाधनों से उनके लिए जगह-जगह पर लंगर लगाते देखे जाते हैं।