मायावती के करीबी उमाशंकर ने रसड़ा को बनाया अभेद्य ‘दुर्ग’

लगातार तीन बार से बसपा के टिकट पर रसड़ा से चुन कर विधानसभा जा रहे उमाशंकर सिंह 2022 में सपा और भाजपा के लिए खासी चुनौती बने हुए हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती के बेहद करीबी नेता और जनता में दानवीर की छवि बना चुके उमाशंकर सिंह ने रसड़ा को ‘अभेद्य दुर्ग’ बना दिया है। जिसे भेदना किसी भी दल के लिए बड़ी चुनौती होगी।

रसड़ा विधानसभा क्षेत्र मऊ के घोसी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यहां सवर्ण मतदाताओं की संख्या अधिक है। राजभर भी अच्छी खासी संख्या में हैं। शायद यही वजह है कि सुभासपा के मुखिया ओमप्रकाश राजभर का केंद्रीय कार्यालय रसड़ा में ही है। इस सीट पर एससी-एसटी और अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की भूमिका भी निर्णायक मानी जाती है। 2008 के पूर्व रसड़ा विधानसभा क्षेत्र सुरक्षित था। सन 1985 में कांग्रेस के हरदेव तो 1989 में कांग्रेस के रामबचन ने जीत हासिल की थी। बसपा के घूरा राम 1993 में चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे थे।

1996 में अनिल कुमार ने इस सीट को पहली बार भाजपा की झोली में डाला था। इसके बाद 2002 और 2007 में घूरा राम ने लगातार जीत दर्ज की थी। परिसीमन में सामान्य होने के बाद साल 2012 में चुनाव हुए तो बसपा के टिकट पर उमाशंकर सिंह विधायक चुने गए। वर्ष 2017 के भगवा लहर के बावजूद बसपा के उमाशंकर सिंह ने इस सीट से विजय हासिल की थी। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के रामइकबाल सिंह (अब सपा में) को करीब 34 हजार मतों से हराया था।

साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल है रसड़ा

जिले की दूसरी नगर पालिका वाले रसड़ा के साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल भी दी जाती है। यहां श्रीनाथ बाबा के ऐतिहासिक रोट पूजन का प्रसाद सबसे पहले रोशन शाह की दरगाह पर चढ़ता है। वहीं, रोशन शाह के सालाना उर्स पर श्रीनाथ बाबा पर भी चादर चढ़ती है। दोनों ही मौकों पर सभी समुदाय बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। श्रीनाथ बाबा के रोट पूजन के वक्त हजारों लाठियों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन होता है।

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दानवीर हैं विधायक उमाशंकर

रसड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक उमाशंकर सिंह छात्र राजनीति से निकले हैं। ठेकेदारी करने वाले उमाशंकर सिंह ने सैकड़ों कन्याओं का भव्य सामूहिक विवाह का आयोजन कर खूब वाहवाही बटोरी थी। उमाशंकर सिंह जरूरतमंदों की सहायता के लिए चर्चा में रहते हैं। उमाशंकर सिंह के समर्थकों का दावा है कि रसड़ा विधानसभा क्षेत्र में विकास हुआ है। खासकर अच्छी सड़कों का जाल बिछा है।