हिमाचल प्रदेश में विधानसभा परिसर के गेट के बाहर खालिस्तानी झंडे लगने से हड़कंप मच गया। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने मौके पर जाकर उसे उतार दिया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का भी बयान सामने आया है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा है कि अगर हिम्मत है तो सामने आओ। सीएम ने ट्वीट कर कहा, ”धर्मशाला विधानसभा परिसर के गेट पर रात के अंधेरे में खालिस्तान के झंडे लगाने वाली कायरतापूर्ण घटना की मैं निंदा करता हूं।”
उन्होंने आगे कहा, ”इस विधानसभा में केवल शीतकालीन सत्र ही होता है इसलिए यहां अधिक सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता उसी दौरान रहती है। इसी का फायदा उठाकर यह कायरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया गया है, लेकिन हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस घटना की त्वरित जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।”
जयराम ठाकुर ने चुनौती देते हुए कहा, ”मैं उन लोगों को कहना चाहूंगा कि यदि हिम्मत है तो रात के अंधेरे में नहीं, दिन के उजाले में सामने आएं।” पुलिस ने बताया कि यहां के स्थानीय लोगों ने अल सुबह विधानसभा के मेन गेट पर काले झंडे लगने की सूचना दी। पुलिस गहनता से जांच में जुटी है।
मुख्तार अब्बास नकवी बोले: इस्लामोफोबिया का हौवा बना रहे इंडिया फोबिया के ग्रस्त लोग
गौरतलब है कि धर्मशाला स्थित विधानसभा भवन का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। वीडियो में खालिस्तानी झंडे नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद धर्मशाला में हड़कंप मच गया है। अभी तक किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।