यूपी में तबादलों को लेकर अफसरों पर हो रही कार्रवाई अब मंत्रियों की नाराजगी की वजह बन रही है। जांच के बाद मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर PWD विभाग में पांच अफसरों के खिलाफ हुई कार्रवाई ने यूपी के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। अब सूत्रों का दावा है कि जिस तरह से इन अफसरों पर कार्रवाई हुई है उससे कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद नाराज हो गए हैं। हालांकि जितिन ने मंगलवार को सीएम योगी से मिलकर अपना पक्ष भी रखा। बताया जा रहा है वह बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर अपनी बात रख सकते हैं।
लोक निर्माण विभाग में तबादलों को लेकर बरती जा रही अनियमितताओं को लेकर जिस तरह से कार्रवाई की जा रही है उसके तौर तरीकों से जितिन नाराज हो गए हैं। सीएम से मुलाकात के दौरान जितिन ने सीएम योगी के सामने अपना पक्ष रखा था। तबादले के इस खेल में उन्होंने कई अन्य अफसरों की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। यूपी सरकार की कार्यशैली से नाराज जितिन आज अमित शाह से मिलकर अपनी पूरी बात रखेंगे।
उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग (PWD) के प्रमुख और मुख्य अभियंता मनोज गुप्ता सहित कुल 5 अधिकारियों को विभाग में स्थानांतरण अनियमितताओं के कारण सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय पर 18 जुलाई को की गई कार्रवाई के बाद हुई है।
ट्रांसफर में गड़बड़ी मिलने पर हुई कार्रवाई
PWD में ट्रांसफर को लेकर गड़बड़ी सामने आने के बाद योगी सरकार ने लोकनिर्माण विभाग अध्यक्ष मनोज गुप्ता, प्रमुख अभियंता नियोजन एवं प्रकल्प राकेश सक्सेना व वरिष्ठ स्टाफ ऑफिसर शैलेंद्र यादव को निलंबित कर दिया गया है। मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल पांडेय को विभाग से हटाने के बाद ये सरकार की दूसरी बड़ी कार्रवाई है। दरअसल, पीडब्ल्यूडी ट्रांसफर को लेकर गड़बड़ी की शिकायत पर उच्चस्तरीय जांच कराई गई। जांच समिति ने आरोपों के आधार पर जब स्थानांतरण का अध्ययन किया तो ट्रांसफर प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं थीं।
जितिन की नाराजगी- केवल PWD को निशाने पर क्यों ले रही सरकार
PWD में हो रही कार्रवाई को लेकर यूपी के राजनीतिक गलियारे में तरह तरह की चर्चाएं भी हैं। कहा जा रहा है कि जिस विभाग के मंत्री और आला अफसर के बीच तबादलों को लेकर ठनी थी वहां योगी आदित्यनाथ की सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है लेकिन निशाने पर जितिन आ गए हैं। इसी बात को लेकर जितिन अंदरखाने नाराज भी हैं कि जिस विभाग में तबादलों को लेकर मंत्री और अफसर आमने सामने हैं वहां सरकार ने चुप्पी क्यों साध रखी है।