सरकारी जमीन पर अंबेडकर की मूर्ति लगाने पर बवाल, 200 से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बाहरी इलाके काकोरी में पुलिस के साथ झड़प के बाद 200 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। यह झड़प रविवार शाम को हुई, जब सरकारी अधिकारियों की टीम सरकारी जमीन से मूर्ति हटाने गई थी।

पुलिस के अनुसार, कुछ ग्रामीणों ने शनिवार को सैथा गांव में अंबेडकर की मूर्ति चुपके से लगा दी थी।

डीसीपी दक्षिण रवि कुमार ने कहा, “जब जिला प्रशासन को इस बात का पता चला, तो अधिकारियों की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची और ग्रामीणों को प्रतिमा को उस जगह से दूसरी जगह लगाने को कहा। जिसके बाद विवाद बढ़ गया और बड़ी संख्या में ग्रामीण उस जगह पर जमा हो गये और जय भीम के नारे लगाने लगे।”

ग्रामीणों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। इस दौरान ग्रामीण पुलिस से भिड़ गए और उन पर पथराव करने लगे। हालांकि, बाद में पुलिस ने स्थिति को शांत कराया।

डीसीपी कुमार ने आगे कहा कि “झड़प में कोई घायल नहीं हुआ। पुलिस ने 200 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से 20 की पहचान हो गई है। उन पर सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम के तहत नुकसान पहुंचाने और महामारी अधिनियम के तहत दंगों और उसका उल्लंघन करने को लेकर मामला दर्ज किया गया है।”

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स्थिति को नियंत्रित करने और मूर्ति को स्थानांतरित करने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है।

डीसीपी ने बताया कि लोग वहां कूड़ा फेंकते थे और ग्राम प्रधान महेश ने ग्रामीणों से अंबेडकर की मूर्ति को सरकारी जमीन पर बिना किसी अनुमति के लगाने के लिए कहा था।