भारत में कोरोना के बाद अब लोगों पर बरसा एक और बीमारी का कहर, एक की मौत, सैकड़ों बीमार

कोरोना वायरस के बाद अब भारत में एक और खतरनाक रहस्यमयी बीमारी ने एंट्री की है। इस बीमारी से एक या दो नहीं, बल्कि सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। हालांकि इस बीमारी के लक्षण अभी आन्ध्र प्रदेश स्थित पश्चिम गोदावरी जिले के एलुरु कस्बे में ही देखने को मिले हैं। बताया जा रहा है कि इस बीमारी ने अभी तक लगभग 300 लोगों को अपनी चपेट में लिया है। जबकि एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है।

बीमारी से ग्रसित है सैकड़ों लोग

इस बीमारी को गंभीरता से लेते हुए सूबे के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने कदम उठाना भी शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि सोमवार को वह एलुरु सरकारी अस्पताल का दौरा करने वाले हैं। यह वही अस्पताल है जहां इस बीमारी से पीड़ित लोगों को का उपचार किया जा रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार, एलुरु शहर के विद्यानगर इलाके के 45 वर्षीय व्यक्ति रविवार शाम को बीमारी के कारण मौत हो गई। इनकी पहचान श्रीधर के रूप में हुई है। उन्हें सुबह मिर्गी और जी मिचलाने के लक्षणों के साथ स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। श्रीधर की मौत पर सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि श्रीधर शाम तक अपने मिर्गी के लक्षणों से उबर चुके थे। उनकी मौत अन्य सिम्टम्स से हुई। पुलिस ने मृतक की ऑटोप्सी रिपोर्ट तलब की है।

स्वास्थय अधिकारियों द्वारा बीती रात दी गई जानकारी के अनुसार, इस बीमारी से ग्रसित होने वाले मरीजों की संख्या 285 के पार हो चुकी है। जिसमें से 117 लोग इस बीमारी से स्वस्थ होकर डिस्चार्ज कर दिए गए हैं, जबकि 30 लोगों का स्वास्थय काफी हद तक स्वस्थ हो चुका है।  

जानिये क्या है इस बीमारी के लक्षण

अधिकारियों के अनुसार, एलुरु के सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों में दौरे, उल्टी, चक्कर और गंभीर सिरदर्द के लक्षण दिखाई देते हैं। बीमारी के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।

इस बीमारी को लेकर सूबे के उपमुख्यमंत्री अल्ला काली कृष्ण श्रीनिवास ने कहा कि पांच लोगों को विजयवाड़ा के सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है और कई मरीजों का निजी अस्पतालों में इलाज भी चल रहा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि ऐसे मामलों वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और वहां चिकित्सा शिविर लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखने के लिए डोर-टू-डोर सर्वे किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें: मोदी सरकार के खिलाफ सपा ने बढाया कदम, तो योगी सरकार ने दिया माकूल जवाब

वहीं, विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने एलुरु में सैकड़ों लोगों की बीमारी के लिए सरकार को दोषी ठहराया है। टीडीपी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में स्वास्थ्य को खतरा है, जहां लोगों को पिछले 18 महीनों से लोगों को शुद्ध पीने का पानी नहीं मिल रहा है। उन्होंने एलुरु में हेल्थ इमरजेंसी लगाने की मांग की है।