राहुल गांधी ने आरएसएस-बीजेपी के संबंधों पर उठाई उंगली, भागवत को लेकर दिया बड़ा बयान

आंदोलित किसानों का साथ देते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुकालात करने के बाद राहुल गांधी ने केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार के हिलाफ जमकर आग उगला है। इस मुलाक़ात के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और बीजेपी के रिश्ते पर उंगली उठाई। राहुल गांधी ने कहा कि जो भी मोदी सरकार के खिलाफ बोलता है, उन्हें आतंकी बता दिया जाता है।

राहुल गांधी ने मोदी सरकार के खिलाफ उगला आग

किसान आंदोलन में खालिस्तानी समर्थकों की भूमिका से जुड़े प्रश्न पर राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी, नरेंद्र मोदी जी का एक ही लक्ष्य है और वो किसान-मजदूर समझ गया है। उनका लक्ष्य अपने अमीर दोस्तों को फायदा पहुंचाना है, जो भी नरेंद्र मोदी के खिलाफ खड़े होते हैं वो उनके बारे में कुछ ना कुछ गलत बोलते रहते हैं।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि किसान खड़े हो जाएंगे तो उसे आतंकवादी बोलेंगे, मजदूर खड़े हो जाएंगे तो उन्हें आतंकवादी बोलेंगे और एक दिन अगर मोहन भागवत खड़े हो जाएंगे तो कहेंगे ये भी आतंकवादी हैं। जो भी नरेंद्र मोदी जी से सवाल पूछने की कोशिश करेगा वो आतंकवादी है और नरेंद्र मोदी सिर्फ अपने दो-तीन लोगों के लिए काम कर रहे हैं जिनको वो पूरा हिंदुस्तान पकड़ा रहे हैं।

इस दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि देश का किसान तबतक पीछे नहीं हटेगा, जबतक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे। आज किसानों को पता है कि ये कानून उनके लिए नहीं हैं, ऐसे में कांग्रेस पार्टी किसानों की लड़ाई में उनके साथ है। केंद्र सरकार को तुरंत संसद का सत्र बुलाकर तीनों कानूनों को रद्द करना चाहिए।

आपको बता दें कि गुरूवार को कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने दिल्ली में मार्च निकालने का ऐलान किया था। हालांकि प्रशासन द्वारा उनके इस मार्च को इजाजत नहीं मिली। इसके बावजूद मार्च निकालने के दौरान पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। हालांकि बाद में इन नेताओं को रिहा कर दिया गया।

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उधर, राहुल गांधी ने कांग्रेस एक तीन अन्य नेताओं के साथ कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति को ढाई करोड़ लोगों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन भी सौंपा।