उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई मौतों को लेकर सियासी हंगामा देखने को मिल रहा है। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश राजनीतिक अखाड़ा बना हुआ है। सभी विपक्षी दल सूबे की सत्तारूढ़ योगी सरकार के लिए आक्रामक बनी हुई है। उधर, प्रशासन भी काफी सख्त नजर आ रहा है और विपक्षी दलों के नेताओं को लखीमपुर जाने से रोकने में लगा है। इसी क्रम में यूपी पुलिस ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को सीतापुर और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ में रोक दिया है।
अखिलेश को हिरासत में लिया गया
मिली जानकारी के अनुसार, लखीमपुर खीरी जाने की कवायद में जुटे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को प्रशासन ने नजरबन्द कर दिया गया है, प्रियंका को लखीमपुर खीरी के हरगांव और अखिलेश यादव को लखनऊ स्थित उनके आवास पर नजरबन्द किया है। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद सपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा है और ये लोग जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
दरअसल, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार सुबह लखीमपुर जाने के लिए निकले लेकिन आवास से निकलते ही पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोका। इसके बाद सपा अध्यक्ष ने वहीं बैठकर धरना शुरू कर दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार पुरजोर तरीके से किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है। लखीमपुर में हुई घटना शर्मसार करने वाली है। समाजवादी पार्टी मृतकों के परिवार को सरकारी नौकरी और दो करोड़ मुआवजे की मांग करती है।
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उधर, लखीमपुर जाने की कोशिश कर रहे प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव को भी पुलिस ने रोक लिया। पुलिस ने प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल यादव और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को धारा-144 के उल्लंघन में हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा कांग्रेस और बसपा नेताओं को किया नजरबंद