एलओसी पर शुरू हुई बड़े ऑपरेशन की तैयारी, हाई अलर्ट पर भारतीय सेना के जवान

कश्मीर घाटी में 11 गैर प्रांतीय नागरिकों की हत्या और आतंकरोधी अभियान में सेना के नौ जवानों के शहीद होने के बाद थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे दो दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे हैं। उन्होंने मंगलवार को एलओसी पर पुंछ और राजौरी के अग्रिम इलाकों का दौरा किया और सेना की ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने सेना के कमांडरों को शॉर्ट नोटिस पर ऑपरेशन के लिए तैयार रहने को कहा। जंगलों में छिपे आतंकियों के विरुद्ध जारी ऑपरेशन को जल्द पूरा करने के लिए अतिरिक्त पैरा कमांडो और सैन्य कर्मियों को भेजा गया है।

नरवणे ने एलओसी के क्षेत्रों का दौरा

सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने एलओसी के अग्रिम क्षेत्रों का दौरा करके खुद स्थिति का प्रत्यक्ष आकलन किया। यहां सुरक्षा बल एक सप्ताह से आतंकवादियों के एक समूह को ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें अब तक नौ सैनिक शहीद हो चुके हैं।सेना प्रमुख को कमांडरों ने वर्तमान स्थिति और चल रहे घुसपैठ विरोधी अभियानों के बारे में जानकारी दी। व्हाइट नाइट कॉर्प्स के जनरल कमांडिंग ऑफिसर ने जनरल नरवणे को सुरक्षा स्थिति और परिचालन तैयारियों पर अपडेट दिया। उन्होंने अग्रिम इलाकों का दौरा करने के बाद जमीन पर मौजूद सैनिकों और कमांडरों से बातचीत भी की।

सुरक्षा समीक्षा के हिस्से के रूप में जनरल नरवणे राजौरी-पुंछ मार्ग पर भीम्बर गली भी गए। वहां 14 अक्टूबर को आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में चार सैनिक शहीद हो गए थे। दोनों पक्षों के बीच पहली मुठभेड़ 11 अक्टूबर को पुंछ जिले के देहरा की गली इलाके में हुई थी, जिसमें एक जेसीओ सहित पांच सैन्यकर्मी शहीद हुए थे। अभी तक यह साफ नहीं है कि इन दोनों वारदात में आतंकियों का एक ही समूह शामिल था या दोनों अलग-अलग ग्रुप थे। फिलहाल जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिलने के बाद से यह सबसे बड़ा ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस और सेना ने मिलकर इलाके की पूरी तरह घेराबंदी कर रखी है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आतंकवादी भाग न पाएं।

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सूत्रों का कहना है कि एलओसी पर अग्रिम इलाकों का दौरा करने के बाद जनरल नरवणे आतंकियों पर कार्रवाई करने को लेकर कोई बड़ा एक्शन लेने का आदेश दे सकते हैं। वह कश्मीर घाटी में गैर प्रांतीय लोगों की हो रही हत्याओं को लेकर भी पुलिस और अन्य एजेंसियों के अफसरों से बात करेंगे। दौरे के पहले दिन उन्होंने सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा हालात की जानकारी ली।यहां उनके साथ व्हाइट नाइट कॉर्प्स के जीओसी, उत्तरी कमान के जीओसी समेत अन्य अफसर मौजूद थे। इसके बाद वह नगरोटा सैन्य मुख्यालय पहुंचे। नरवणे ने सैन्य अधिकारियों से कहा है कि पुंछ में घेरे गए आतंकी किसी कीमत पर भागने नहीं चाहिए। इसीलिए पुंछ में अतिरिक्त पैरा कमांडो और सैन्य कर्मियों को भेजा गया है।