कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर हैं। वहां पर उन्होंने भारतीय मुसलमानों पर हो रहे हमले का जिक्र किया। साथ ही उनके डरे होने की बात कही। इस पर बीजेपी के साथ अब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी पलटवार किया है।
ओवैसी ने कहा कि राहुल गांधी को अशोक गहलोत को ये सिखाना चाहिए। जब राजस्थान में जुनैद और नासिर की हत्या हुई, तो कांग्रेस के मुख्यमंत्री को उनके परिवार के सदस्यों से मिलने में 15 दिन लगे। एक ओर सभी को 50-50 रुपये की सहायता राशि दी जाती है, तो वहीं उन दोनों के परिवार को सिर्फ 15-15 लाख दिए गए।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस की ही सरकार है। वहां पर धर्म संसद आयोजित की गई, जिसमें महात्मा गांधी को अपशब्द कहे गए। ओवैसी ने आगे कहा कि यूएपीए लाने के लिए आपने 2019 में अमित शाह का समर्थन किया था। यही कारण है कि सबसे अधिक संख्या में मुस्लिम, दलित और सरकार के असंतुष्टों को जेल में रखा गया है।
ओवैसी ने राहुल से सवाल करते हुए कहा कि आपने यूएपीए का समर्थन क्यों किया? आपने राम मंदिर के फैसले का स्वागत क्यों किया? उन्होंने कहा कि मैं शुरू से ये कहता आ रहा हूं कि राजनीतिक धर्मनिरपेक्षता के कारण भारतीय मुसलमानों का सर्वनाश हुआ है। उनका सशक्तिकरण नहीं हुआ।
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ओवैसी ने कहा कि मैं उस धर्मनिरपेक्षता के साथ खड़ा हूं जो संविधान ने हमें बताया। अब आप कहेंगे कि धर्मनिरपेक्षता को संविधान में बाद में जोड़ा गया था, लेकिन स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व, न्याय, समानता का अधिकार सभी धर्मनिरपेक्षता है। राहुल गांधी को इन मुद्दों पर बिना बर्बाद किए बात करनी चाहिए।