केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र के नागपुर में सड़क दुर्घटनाओं को 50 फीसदी तक कम करने के उद्देश्य से प्रायोगिक आधार पर एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संचालित परियोजना आईआरएएसटीई’ का शुरुआत की है। इस दौरान वह काम में देरी करने वाले अफसरों पर भी जमकर बरसे। उन्होंने कहा, मुझे नतीजे देने वाले अफसर पसंद हैं। अपने काम में ढिलाई बरतने वाले अफसरों को डंडा मारने का काम मुझपर छोड़ देना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि काम में देरी करने वाले अफसरों पर शिकंजा कसा जाना चाहिए। उनके काम की देरी का प्रभाव सिस्टम पर भी पड़ता है। इससे सिस्टम सुस्त हो जाता है। उन्होंने आगे कहा, जो सिस्टम काम नहीं करता उसे उखाड़कर फेंक दो और डंडा मारने का काम मुझपर छोड़ दो। कोई ढिलाई करेगा तो मैं उसे ठोके बिना नहीं छोड़ूंगा।
गडकरी ने कहा कि नागपुर में हर साल 1,500 दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें 250 मौतें हो जाती हैं। यह न तो मेरे लिए और न ही अफसरों के लिए अच्छा संकेत है। हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए कि दुर्घटनाओं को कैसे रोका जाए। उन्होंने कहा कि दुर्घटनास्थलों का मानचित्रिकरण करने के लिए एआई का उपयोग, सड़क की सतह की स्थिति, साइन बोर्ड, मार्किंग, सिग्नल विवरण पर डेटा एकत्र करने में भी मदद करेगा।
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वहीं सरकार, इंटेल, आईएनएआई, आईआईआईटी-हैदराबाद, सीएसआईआर-सीआरआरआई (केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान), महिंद्रा एंड महिंद्रा और नागपुर नगर निगम (एनएमसी) के बीच सहयोग पर आधारित इस परियोजना में ‘विजन जीरो’ दुर्घटना परिदृश्य की ओर बढ़ने के लिए सुरक्षा, गतिशीलता विश्लेषण और सड़क बुनियादी ढांचे की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।